देश की खबरें | अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनांदगांव जिले में पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया रद्द
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. छत्तीसगढ़ सरकार ने अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनांदगांव में जिला पुलिस बल आरक्षक संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राजनांदगांव, 25 दिसंबर छत्तीसगढ़ सरकार ने अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनांदगांव में जिला पुलिस बल आरक्षक संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज दोपहर इस संबंध में आदेश जारी किया। हालांकि, राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि अभी तक राज्य सरकार से भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का अधिकृत आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि राजनांदगांव की आठवीं बटालियन में जारी भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आईं और 17 दिसंबर को राजनांदगांव के लालबाग थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि 16 नवंबर से राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, कबीरधाम (कवर्धा) और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के अभ्यर्थी यहां भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अनियमितताओं की जांच के बाद अब तक चार पुलिस आरक्षक, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के दो कर्मचारी और एक महिला अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है।
मामले की जांच के दौरान एक आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या कर ली। रत्नाकर ने इस मामले में खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाया था।
राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने रत्नाकर की आत्महत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित कर 10 दिन में रिपोर्ट मांगी है। वहीं पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंपी है।
पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने संबंधी राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
उन्होंने एक्स पर लिखा है, "आज सुशासन दिवस के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव जी के नेतृत्व में गृहमंत्री श्री विजय शर्मा जी ने राजनांदगाँव पुलिस भर्ती मामले पर त्वरित संज्ञान लेकर इस पूरी भर्ती को रद्द करने का सराहनीय निर्णय लिया है। इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री जी का आभार।’’
उन्होंने लिखा,‘‘ मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) के गठन का निर्देश देकर यह स्पष्ट कर दिया है कि इस सुशासन की सरकार में किसी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
अधिकारियों ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता प्रक्रिया में प्राप्त अंकों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। राजनांदगांव पुलिस की आंतरिक टीम की जांच में यह अनियमितता सामने आई थी, जिसके बाद शहर के लालबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया में मार्शल ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल अनिल रत्नाकर का शव 21 दिसंबर को रामपुर गांव में फांसी पर लटका हुआ पाया गया था।
रत्नाकर के बाएं हाथ में लिखा था कि भर्ती प्रक्रिया में ड्यूटी पर तैनात अफसरों ने कर्मचारियों को फंसाया है।
इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सवाल उठाए थे और भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमला बोला था।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी।
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