विदेश की खबरें | वेस्ट बैंक में फलस्तीनी हमलावरों ने सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या की
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. इजराइल सेना ने कहा कि शनिवार तड़के हमलावर एरियल बस्ती के प्रवेश द्वार पर पहुंचे और सुरक्षा गार्ड को उसकी चौकी पर गोली मार दी और फिर वहां से फरार हो गए।
इजराइल सेना ने कहा कि शनिवार तड़के हमलावर एरियल बस्ती के प्रवेश द्वार पर पहुंचे और सुरक्षा गार्ड को उसकी चौकी पर गोली मार दी और फिर वहां से फरार हो गए।
इजराइली सेना ने यहूदी बस्ती के प्रवेश द्वार पर एक सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या करने वाले दो फलस्तीनी हमलावरों की तलाश के लिए शनिवार को उत्तरी वेस्ट बैंक में एक तलाशी अभियान शुरू किया।
सेना ने कहा कि सुरक्षा गार्ड को उत्तरी वेस्ट बैंक में एक प्रमुख बस्ती एरियल के बाहर शुक्रवार देर रात एक कार में सवार दो हमलावरों ने गोली मार दी। इसने कहा कि गार्ड एक अन्य गार्ड के सामने खड़ा था जिससे उसकी जान बच गई।
सेना ने कहा कि इजराइली बलों ने शनिवार को जांच चौकियां स्थापित कीं और इलाके में हमलावरों की तलाश की जा रही है। सेना ने कहा कि उसने हमास समूह के दो कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया, लेकिन तत्काल इसका कोई संकेत नहीं कि वे हमले में शामिल थे।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइली सैनिकों ने शनिवार तड़के कलकिल्या शहर के पास अज़ौन गांव में संघर्ष के दौरान 27 वर्षीय एक फलस्तीनी व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी।
पिछले दो महीनों में इजराइल और वेस्ट बैंक में श्रृंखलाबद्ध फलस्तीनी हमलों में 15 इजराइली मारे गए हैं। हाल के हफ्तों में इजराइली सुरक्षा बलों द्वारा कम से कम 27 फलस्तीनियों को मार गिराया गया है।
गाजा पर शासन करने वाले विद्रोही समूह हमास ने हमले की प्रशंसा की, लेकिन इसकी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
प्रवक्ता हाजिम कासिम ने कहा, ‘‘ऑपरेशन साबित करता है कि क्रांति पूरे वेस्ट बैंक में व्याप्त है। यह हमारे लोगों की घोषणा का एक व्यावहारिक कार्यान्वयन है कि यरूशलम एक लाल रेखा है।’’
इस महीने यरुशलम के एक प्रमुख पवित्र स्थल पर तनाव तब बढ़ गया जब फलस्तीनियों की इजराइली पुलिस के साथ प्रतिदिन झड़प हुई। इस स्थल पर अल-अक्सा मस्जिद है, जो इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है और मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान बड़ी संख्या में फलस्तीनी नमाज के लिए वहां जाते हैं।
इससे पहले शुक्रवार को, फलस्तीनियों ने पथराव किया था और इजराइली पुलिस ने रबर की गोलियां चलाईं थी। इस स्थल पर हाल के हफ्तों में अशांति देखी गई है।
पुलिस का कहना है कि अल-अक्सा मस्जिद परिसर के अंदर फलस्तीनियों ने भारी सुरक्षा वाले गेट की दिशा में भोर के आसपास पथराव किया और पश्चिमी दीवार की ओर पटाखे फेंकना शुरू कर दिया, जहां यहूदी प्रार्थना कर सकते हैं। पुलिस परिसर की ओर बढ़ी और रबर की गोलियां चलाईं।
लगभग एक घंटे बाद हिंसा तब समाप्त हुई जब परिसर में अन्य फलस्तीनियों ने पथराव करने वालों और पुलिस को पीछे हटने के लिए मना लिया।
फलस्तीनी रेड क्रिसेंट आपातकालीन सेवा ने कहा कि 40 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से 22 को स्थानीय अस्पतालों में इलाज की आवश्यकता पड़ह। इसने कहा कि इजराइल बलों ने संघर्ष के दौरान पहले चिकित्साकर्मियों को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया, और पुलिस ने इसके एक चिकित्सक को पीटा।
इज़राइली पुलिस ने कहा कि उन्हें इस दावे की जानकारी नहीं है कि उन्होंने चिकित्साकर्मियों को इस क्षेत्र में प्रवेश करने से रोका था। उन्होंने यह भी बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अल-अक्सा मस्जिद परिसर में हाल के हफ्तों में, कई मौकों पर इजराइल पुलिस और फलस्तीनियों के बीच झड़प हुई है। इजराइल अधिकारियों ने हमास पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है और कहा कि सुरक्षा बलों को पत्थराव रोकने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
फलस्तीनियों का कहना है कि स्थल पर इजराइल पुलिस की मौजूदगी और यहां अधिक संख्या में राष्ट्रवादी और धार्मिक यहूदियों के आने से स्थल को नियंत्रित करने वाली दशकों पुरानी अनौपचारिक व्यवस्था का उल्लंघन हुआ है। इन यात्राओं पर मुस्लिमों के पवित्र रमजान के महीने के अंतिम 10 दिनों के लिए रोक लगा दी गई थी।
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