Pakistan: पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री खान के मॉस्को के दौरे का किया अमेरिका में बचाव

पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने लगभग तीन महीने पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए वहां गए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की यात्रा का बचाव किया और कहा कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि जब खान ने रूस की यात्रा कि तो उन्हें यूक्रेन पर आक्रमण करने की रूस की योजनाओं के बारे में पता था.

इमरान खान (Photo Credits: Twitter)

न्यूयॉर्क, 20 मई : पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) जरदारी ने लगभग तीन महीने पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए वहां गए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की यात्रा का बचाव किया और कहा कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि जब खान ने रूस की यात्रा कि तो उन्हें यूक्रेन पर आक्रमण करने की रूस की योजनाओं के बारे में पता था. इमरान खान ने 24 फरवरी को क्रेमलिन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की और उसी दिन रूसी नेता ने यूक्रेन के खिलाफ ‘विशेष सैन्य अभियान’ का आदेश दिया.

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा 1999 में मॉस्को की यात्रा के 23 साल बाद खान मॉस्को का दौरा करने वाले पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बने, लेकिन खान की इस यात्रा से वाशिंगटन के साथ इस्लामाबाद के संबंधों में और खटास आ गयी. बिलावल ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ जहां तक पूर्व प्रधानमंत्री (खान) की रूस यात्रा की बात है तो मैं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री का पूरी तरह से बचाव करूंगा. उन्होंने विदेश नीति के हिस्से के तौर पर वह यात्रा की और उन्हें कुछ भी पता नहीं था. किसी के पास छठी इंद्री नहीं है. ऐसा कोई तरीका नहीं था जिससे हमें यह पता होता कि यही वह समय है जब संघर्ष शुरू होगा. इसके लिए पाकिस्तान को दंडित करना बहुत अनुचित है.’’ यह भी पढ़ें : हम सभी चीनी नागरिकों को उच्च सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं : प्रधानमंत्री शरीफ

पिछले महीने विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले बिलावल ने यूक्रेन युद्ध के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस्लामाबाद संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों पर कायम है, जिसमें बल का प्रयोग नहीं करना शामिल है. बिलावल ने कहा, ‘‘हम किसी संघर्ष का हिस्सा नहीं हैं न ही बनना चाहते हैं. हम इस संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए बातचीत और कूटनीति के महत्व पर जोर देना जारी रखेंगे.....’’ गौरतलब है कि पिछले महीने विदेश मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद बिलावल अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर हैं.

Share Now

\