नयी दिल्ली, 20 दिसंबर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे और 12 सदस्यों का निलंबन वापस लेने की विपक्षी दलों की मांग पर सोमवार को एक बार फिर राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हुई। हंगामे व व्यवधान के चलते सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद करीब चार बजकर 20 मिनट पर शाम पांच तक स्थगित कर दी गई।
दो बार के स्थगन के बाद तीन बजे जब सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो राज्यसभा में ‘‘कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन की वजह से उत्पन्न हालात’’ पर हुई अल्पकालिक चर्चा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने जवाब दिया।
इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे और 12 सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर हंगामा आरंभ कर दिया।
हंगाम के बीच ही मांडविया ने कहा कि देश में ओमीक्रोन के 161 मामले अब तक सामने आए हैं, जिनमें से 13 फीसदी मामलों में लक्षण अत्यंत मामूली हैं जबकि 80 फीसदी मामलों में कोई लक्षण सामने नहीं आए और 44 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि 96 देशों में ओमीक्रोन फैल चुका है और इसके प्रभावों पर सतत नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार वायरस के इस स्वरूप को लेकर पूरी तरह सतर्क है तथा आने वाले समय में इसे लेकर जरूरत के अनुसार परामर्श जारी किए जाएंगे जिनके आधार पर ही अवलोकन किया जाना चाहिए ताकि लोगों में किसी तरह का भ्रम न फैले।
इसके बाद, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (संशोधन) विधेयक पेश किया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा उच्च न्यायालय ने एक आदेश दिया था जिसके तहत इस संबंध में अध्यादेश लाना पड़ा। अब सरकार उस अध्यादेश का स्थान लाने के मकसद से इस विधेयक को संसद में लेकर आयी है।
हंगाम के बीच ही इस पर चर्चा आरंभ हुई और कई सदस्यों ने अपनी बात रखी।
चर्चा में भाग लेने के लिए पीठासीन अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता ने जब जया बच्चन का नाम पुकारा। उनकी किसी बात पर सत्ताधारी दल के कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई। इसे लेकर जया बच्चन और विपक्षी सदस्यों के बीच नोकाझोंक भी हुई।
इसी बीच, जया बच्चन ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ किसी सदस्य ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
इस वजह से हंगामा और तेज हो गया। लिहाजा कालिता ने सदन की कार्यवाही पांच बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले दो बार सदन की कार्यवाही हंगामे की पवजह से स्थगित हुई।
विपक्षी सदस्यों के निलंबन सहित कुछ अन्य मुद्दों पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दूसरी बार महज पांच मिनट के भीतर ही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
पहली बार के स्थगन के बाद जैसे ही दोपहर दो बजे कार्यवाही आरंभ हुई, विधि व कानून राज्यमंत्री एस पी सिंह बघेल ने मध्यकता विधेयक, 2021 सदन में पेश किया।
विधेयक पेश करने के बाद बघेल ने इस विधेयक को स्थायी समिति को भेजने की सिफारिश की।
इसके तत्काल बाद उपसभापति हरिवंश ने कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन से पैदा हुई स्थिति पर अल्प चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जफर इस्लाम का नाम पुकारा।
अभी इस्लाम ने अपनी बात रखनी आरंभ ही की थी कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों ने हंगामा आरंभ कर दिया।
कुछ विपक्षी सदस्य आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे। कुछ सदस्य केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे की भी मांग करते सुने गए।
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