खेल की खबरें | इस मैच में कुछ भी हमारे पक्ष में नहीं रहा: लैथम
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Sports at LatestLY हिन्दी. भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को यहां 372 रन की करारी शिकस्त झेलने के बाद न्यूजीलैंड के कार्यवाहक कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि यह उन मैचों में से एक है जहां कोई भी पल उनकी टीम के पक्ष में नहीं गया।
मुंबई, छह दिसंबर भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को यहां 372 रन की करारी शिकस्त झेलने के बाद न्यूजीलैंड के कार्यवाहक कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि यह उन मैचों में से एक है जहां कोई भी पल उनकी टीम के पक्ष में नहीं गया।
कानपुर में खेले गये श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच में पुछल्ले बल्लेबाजों की दृढ़ संकल्प भरी बल्लेबाजी के दम पर मैच ड्रॉ करने वाली न्यूजीलैंड की टीम यहां दो पारियों में महज 62 और 167 रन ही बना सकी। भारतीय टीम ने चौथे दिन के खेल के शुरुआती घंटे के अंदर ही न्यूजीलैंड की दूसरी पारी को समेट कर 372 रन से रिकॉर्ड जीत दर्ज की। घरेलू सरजमीं पर रनों के लिहाज से भारत की यह सबसे बड़ी जीत है।
नियमित कप्तान केन विलियमसन की गैरमौजूदगी में टीम की अगुवाई कर रहे लैथम ने कहा, ‘‘यह क्रिकेट में उन पलों के बारे में है जहां कुछ भी आपके पक्ष में नहीं रहा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ क्रिकेट में ऐसा होता है। हमने दुनिया भर में अलग-अलग समय पर टीमों के साथ ऐसा किया है। दुर्भाग्य से यह हमारा (बुरा) समय था और चीजें वैसी नहीं थी जैसी हम चाहते थे।’’
मुंबई टेस्ट में पहली पारी को छोड़कर न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। लैथम ने कहा कि उन्होंने स्पिनरों पर आक्रामक रूख अपनाने की योजना बनाई थी लेकिन यह काम नहीं आया।
उन्होंने कहा, ‘‘रॉस (टेलर) की स्पष्ट योजना थी, वह गेंदबाजों को दबाव में लाना चाहते थे। उपमहाद्वीप की टीम के खिलाफ जब आप ऐसा करते है तो प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी बहुत जल्दी गेंद को नीचे रखने की कोशिश करते है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से रॉस की योजना उतनी कारगर नहीं रही, लेकिन मुझे यकीन है वह इसी योजना के साथ मैदान में उतरे थे।’’
उन्होंने भारतीय स्पिनरों की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘आप इन परिस्थितियों में उन्हें दबाव बनाने का मौका नहीं दे सकते हैं। वे शानदार हैं। वे काफी सटीक हैं और आपको रन बनाने का मौका नहीं देते हैं।’’
लैथम ने कहा, ‘‘ हम उन पर थोड़ा और दबाव बनाना चाहते थे और बल्लेबाजों के आस-पास खड़े क्षेत्ररक्षकों को पीछे करना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा कि पहली पारी में महज 62 रन पर आउट हो जाने के बाद टीम के लिए वापसी करना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि उस पारी के अलावा टीम का प्रदर्शन उतना बुरा नहीं था।
कप्तान ने कहा, ‘‘ यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में हमने टीम में सभी के साथ बात की। इसके बाद भी हम मैच में वापसी की कोशिश कर रहे थे। अगर आप इसमें से पहली पारी को निकाल लें, तो जाहिर तौर हमारे लिए एक अलग कहानी होगी। ’’
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