पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे इस महीने दो हजार पीपीई का निर्माण करेगा

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुभानन चंदा ने बृहस्पतिवार को बताया कि एनएफआर अपनी कार्यशाला में 150 पीपीई बना चुका है।

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गुवाहाटी, 16 अप्रैल कोरोना वायरस के संक्रमितों का इलाज कर रहे चिकित्सा कर्मियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की बढ़ती मांग को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने अप्रैल में दो हजार पीपीई किट बनाने की योजना बनाई है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुभानन चंदा ने बृहस्पतिवार को बताया कि एनएफआर अपनी कार्यशाला में 150 पीपीई बना चुका है।

उन्होंने बताया कि पीपीई का नमूना एनएफआर के न्यू बोंगाईगांव और डिब्रूगढ़ कार्यशाला में तैयार किया गया। इन पीपीई का परीक्षण रेलवे के चिकित्सा पेशेवरों ने किया है।

चंदा ने बताया, ‘‘गत दो-तीन दिनों में 150 पीपीई बनाए गए हैं और भारतीय रेलवे द्वारा अप्रैल में 30 हजार पीपीई बनाने के लक्ष्य के तहत एनएफआर दो हजार पीपीई बनाएगा।

गौरतलब है कि रेलवे ने जानकारी दी थी कि उसका अप्रैल में 30 हजार पीपीई और मई महीने में एक लाख पीपीई बनाने का लक्ष्य है ताकि कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज कर रहे चिकित्सा पेशवरों को मांग के अनुरूप इनकी आपूर्ति की जा सके।

रेलवे द्वारा तय पीपीई को रक्षा अनुसंधान विकास संगठन के ग्वालियर स्थित प्रयोगशाला ने भी उच्च मानकों पर परखने के बाद मंजूरी दी है।

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