विदेश की खबरें | उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री ने रूस में अपने समकक्ष से बातचीत की
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री चोए सोन हुई की मॉस्को यात्रा और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ उनकी मुलाकात पेंटागन के इस बयान के बाद हुई है कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए करीब 10,000 सैनिक रूस में तैनात किए हैं।
उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री चोए सोन हुई की मॉस्को यात्रा और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ उनकी मुलाकात पेंटागन के इस बयान के बाद हुई है कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए करीब 10,000 सैनिक रूस में तैनात किए हैं।
अमेरिका के जो. बाइडन प्रशासन ने बृहस्पतिवार को कहा था कि करीब 8,000 उत्तर कोरियाई जवान यूक्रेन की सीमा के पास रूस के कुर्स्क क्षेत्र में हैं और आने वाले दिनों में यूक्रेन के सैनिकों के खिलाफ रूस की लड़ाई में मदद की तैयारी कर रहे हैं।
पश्चिमी देशों के नेताओं ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है।
मॉस्को में चोए सोन हुई की वार्ता के एजेंडे के बारे में रूस या उत्तर कोरिया में से किसी ने विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन दक्षिण कोरिया की संसद में बंद दरवाजे में हुई सुनवाई में उस देश की जासूसी एजेंसी ने कहा कि चोए रूस में अतिरिक्त सैनिक भेजने और बदले में उत्तर कोरिया को क्या मिलेगा, इस पर उच्चस्तरीय चर्चा में शामिल हो सकती हैं।
दक्षिण कोरिया और पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने इस बातचीत पर चिंता जताई है कि रूस ऐसी प्रौद्योगिकी प्रदान कर सकता है जिससे उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों एवं मिसाइल कार्यक्रम से खतरा और बढ़ सकता है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को मॉस्को में चोए से मुलाकात करते हुए दोनों देशों के बीच संबंधों की प्रशंसा की और कहा कि पिछले कुछ साल में अभूतपूर्व तरीके से (हमारे संबंध) उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं।
चोए ने कहा, ‘‘हम राजनीति और विदेश नीति से जुड़े विभिन्न मुद्दों के साथ ही डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया तथा रशियन फेडरेशन के बीच संयुक्त प्रतिक्रिया वाले मामलों पर चर्चा करेंगे।’’
उन्होंने यूक्रेन में अपने और रूस के ‘‘संप्रभु अधिकारों एवं सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए रूस की सेना और लोगों की न्यायसंगत लड़ाई के वास्ते प्योंगयांग के समर्थन को दोहराया।’’
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