नेपाल ने लॉकडाउन के बीच मनाया नववर्ष विक्रम संवत 2027
हिन्दू सम्राट विक्रमादित्य ने विक्रम संवत स्थापित किया था और नेपाल के शाह ने इसे (विक्रम संवत) यहां प्रचलित किया था। माना जाता है कि सदियों पहले शाह वंश भारत से नेपाल आया था।
काठमांडू, 13 अप्रैल नेपाल में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के बीच सोमवार को विक्रम संवत 2027 मनाया गया।
हिन्दू सम्राट विक्रमादित्य ने विक्रम संवत स्थापित किया था और नेपाल के शाह ने इसे (विक्रम संवत) यहां प्रचलित किया था। माना जाता है कि सदियों पहले शाह वंश भारत से नेपाल आया था।
नया साल मनाने के लिए लोग मंदिरों में जाते हैं। एक दूसरे का अभिवादन करते हैं। रेस्त्राओं में जाते हैं लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी के चलते सभी लोग अपने घरों में ही टिके रहने के लिए बाध्य थे।
नववर्ष या वैशाख प्रथमा राष्ट्रगान के साथ शुरू हुआ, क्योंकि प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने लोगों से कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में अग्रिम मोर्चे पर तैनात लोगों (चिकित्सकों, सुरक्षाकर्मियों, आपात सेवा कर्मियों, सफाईकर्मियों आदि) के प्रति श्रद्धांजलि के तौर पर नववर्ष के मौके पर सुबह आठ बजे राष्ट्रगान गाने की अपील की थी।
नेपाल में कोविड-19 के मामले 14 हैं तथा उनमें तीन भारतीय हैं।
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने कामना की कि नववर्ष नागरिकों को संक्रमण एवं आगे के संकट को रोकने की ऊर्जा प्रदान करे।
सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड, मुख्य विपक्षी नेता शेर बहादुर देउबा और पूर्व राजा ज्ञानेंद्र ने भी इस मौके पर लोगों को बधाई दी।
नेपाल सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 15 अप्रैल तक का लॉकडाउन घोषित है जिसे और कुछ समय के लिए बढ़ाये जाने की संभावना है। ओली ने सात प्रांतों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस में इसका संकेत दिया।
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