Farmers Protest: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का बड़ा बयान, कृषि कानूनों पर गलत धारणा फैलाने वाली ‘नकारात्मक शक्तियां’ होंगी नाकाम

नये कृषि कानूनों को लेकर गलत धारणा फैलाने का प्रयास कर रही “नकारात्मक शक्तियों” के नाकाम होने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि किसानों के चल रहे प्रदर्शन को खत्म करने के लिये केंद्र खुले दिल से प्रयास कर रहा है।

किसान आंदोलन (Photo Credits: PTI)

Farmers Protest: नये कृषि कानूनों को लेकर गलत धारणा फैलाने का प्रयास कर रही “नकारात्मक शक्तियों” के नाकाम होने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि किसानों के चल रहे प्रदर्शन को खत्म करने के लिये केंद्र खुले दिल से प्रयास कर रहा है. उन्होंने हालांकि जोर दिया कि नए कानून “किसान हितैषी” हैं और इससे उन्हें कभी नुकसान नहीं हो सकता. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “इस मामले (किसानों के प्रदर्शन) के समाधान के लिये सरकार खुले दिन से काम कर रही है. बनाए गए सभी कानून किसान हितैषी हैं और यहां तक कि पूर्ववर्ती सरकारें भी देश में इस तरह के कानून लागे करने पर चर्चा कर रही थीं.

उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी नेताओं ने पूर्व में संसद में ऐसे कानूनों के समर्थन में अपनी बात रखी थी.सिंह ने कहा, “अब वे उन चीजों को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं जो इन कानूनों का हिस्सा नहीं हैं. कोई यह नहीं कह सकता कि इन कानूनों से किसानों को नुकसान हो सकता है. पॉप गायिका रिहाना समेत कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के किसानों के प्रदर्शन के बारे में राय रखने से जुड़े एक सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “कोई यह नहीं कह सकता कि इन कानूनों से किसानों को नुकसान होगा. यह भी पढ़े: Farmers Protest: राकेश टिकैत बोले- कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए केंद्र सरकार के पास 2 अक्टूबर तक का समय, दबाव में नहीं होगी बातचीत

उन्होंने कहा, “सरकार किसी भी गलत जानकारी या गलत धारणा का जवाब देने के लिये तैयार है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्देश है। मुझे पूरा भरोसा है कि किसानों की गलतफहमी दूर होगी और नकारात्मक शक्तियों द्वारा गलत धारणा बनाने के प्रयास नाकाम होंगे. सिंह ने 18 महीने बाद जम्मू कश्मीर में 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल होने पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “इस सुविधा के न होने से मीडिया और छात्रों को परेशानी हुई.

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