देश की खबरें | मुंबईः मॉल स्थित अस्पताल में आग की घटना के लिए भाजपा ने बीएमसी के भ्रष्टाचार को जिम्मेदार बताया
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मुंबई, 26 मार्च भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मुंबई के मॉल में स्थित अस्पताल में आग का कारण बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) में व्याप्त भ्रष्टाचार है। घटना में 10 लोगों की मौत हुई है।
अधिकारियों के अनुसार भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल इमारत में स्थित सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई। यह अस्पताल चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित है और घटना के समय अस्पताल में 76 मरीज मौजूद थे जिनमें से ज्यादातर कोविड-19 का इलाज करा रहे थे।
फडणवीस ने कहा, ‘‘बीएमसी में भ्रष्टाचार के कारण भांडुप मॉल में ऐसी घटना हुई है। वहां कोविड-19 देखभाल केन्द्र बनाने के पहले दमकल विभाग का 'ऑडिट' क्यों नहीं कराया गया?’’
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि बंबई उच्च न्यायालय को घटना पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और इसकी जांच करनी चाहिए। घटना के लिए बीएमसी के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी अस्पतालों का दमकल विभाग से ऑडिट कराने का आश्वासन दिया था।
फडणवीस ने कहा, ‘‘इसके बावजूद यह घटना हुई है। इसका मतलब यह है कि सरकार जनता के स्वास्थ्य और उसकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है।’’
गौरतलब है कि बीएमसी फिलहाल शिवसेना के शासन में है और राज्य की एमवीए सरकार का नेतृत्व भी शिवसेना ही कर रही है। गठबंधन में राकांपा और कांग्रेस भी शामिल हैं।
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि वह शहर के एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने के संबंध में बीएमसी के खिलाफ आपराधिक लापरवाही की शिकायत दर्ज कराएंगे।
सोमैया ने कहा कि यह मॉल ‘‘भ्रष्टाचार का साक्षात उदाहरण’’ है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मैं बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के खिलाफ आपराधिक लापरवाही की शिकायत दर्ज कराने जा रहा हूं। इस मॉल के खिलाफ कई शिकायतें की गई लेकिन उसके मालिकों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई।’’
मनसे महासचिव संदीप देशपांडे ने दावा किया कि इस मॉल ने अभी तक ‘ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट’ (ओसी) नहीं लिया था और इसकी अग्नि सुरक्षा संबंधी जांच भी अभी पूरी नहीं हुई थी।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘मॉल बीएमसी से ओसी मिले बिना चल रहा था। अग्नि सुरक्षा संबंधी जांच भी पूरी नहीं हुई क्योंकि वहां उपलब्ध अग्निशमक प्रणाली असंतोषजनक थी इसलिए दमकल विभाग ने इसे मंजूरी नहीं दी थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे हैरानी है इसके बावजूद इस मॉल को कोविड-19 केंद्र बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया। इस मॉल में कोरोना वायरस मरीजों के इलाज की मंजूरी देने के लिए स्थानीय वार्ड अधिकारी से पूछताछ और जांच होनी चाहिए।’’
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