देश की खबरें | भारत में लगातार दूसरे दिन कोविड-19 के दो लाख से अधिक नए मामले सामने आए; केंद्र सरकार ने टीके का उत्पादन बढ़ाया
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारत में लगातार दूसरे दिन कोविड-19 के दो लाख से अधिक नए मामले सामने आए और इस बीच, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को स्वदेशी टीके ‘कोवैक्सीन’ के उत्पादन को दस गुना बढ़ाकर सितंबर तक 10 करोड़ खुराक तक पहुंचाने और एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर के निर्माण में तेजी लाने के लिए योजनाओं की शुरुआत की और मेडिकल ऑक्सीजन के भंडार को भी बढ़ाने के निर्देश दिए।
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल भारत में लगातार दूसरे दिन कोविड-19 के दो लाख से अधिक नए मामले सामने आए और इस बीच, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को स्वदेशी टीके ‘कोवैक्सीन’ के उत्पादन को दस गुना बढ़ाकर सितंबर तक 10 करोड़ खुराक तक पहुंचाने और एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर के निर्माण में तेजी लाने के लिए योजनाओं की शुरुआत की और मेडिकल ऑक्सीजन के भंडार को भी बढ़ाने के निर्देश दिए।
देश में कोविड-19 महामारी के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिकित्सा श्रेणी की ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की विस्तार से समीक्षा की और इसके उत्पादन में तेजी लाने का आह्वान किया।
देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इसके मद्देनजर ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है। गंभीर रूप से पीड़ित कोरोना मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत होती है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी एक बयान के मुताबिक, मोदी ने देश में चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की विस्तार से समीक्षा की।
इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि लोगों ने कोविड-19 महामारी के प्रति लापरवाह रुख अपनाया जो बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार सबसे बड़ा सामाजिक उपकरण है।
उन्होंने कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे का आकलन करने के लिए यहां एम्स ट्रॉमा सेंटर का दौरा करने के बाद यह टिप्पणी की।
हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस मुक्त माहौल बनाने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) का पालन करने के वास्ते लोगों को प्रोत्साहित करना होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने हर्षवर्धन के हवाले से एक बयान में कहा, ‘‘भारत के 52 जिले ऐसे हैं जिनमें सात दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया, चार जिलों में 21 दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया और 44 जिलों में 28 दिनों में कोई नया मामला नहीं आया।’’
भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,17,353 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,42,91,917 हो गई है और इस बीमारी का वर्तमान में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है।
देश में लगातार दूसरे दिन संक्रमण के दो लाख से अधिक दैनिक मामले सामने आए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 1,185 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 1,74,308 हो गई है। देश में 19 सितंबर, 2020 के बाद से एक दिन में सर्वाधिक लोग मारे गए हैं।
संक्रमण के मामलों में लगातार 37वें दिन वृद्धि हुई है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 15,69,743 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 10.98 प्रतिशत है जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर घट कर 87.80 प्रतिशत हो गई है।
सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज 12 फरवरी को थे।
इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,25,47,866 हो गई है और मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, 15 अप्रैल तक 26,34,76,625 नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 14,73,210 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।
महाराष्ट्र में संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 61,695 नए मामले, उत्तर प्रदेश में 22,339 नए मामले और दिल्ली में 16,699 नए मामले आए हैं।
पिछले 24 घंटों में वायरस से महाराष्ट्र में सर्वाधिक लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 349 लोगों की, छत्तीसगढ़ में 135 लोगों की, दिल्ली में 112 लोगों की, उत्तर प्रदेश में 104 लोगों की, गुजरात में 81 लोगों की, कर्नाटक में 66 लोगों की, मध्य प्रदेश में 53 लोगों की, पंजाब में 50 लोगों की, राजस्थान में 33 लोगों की और तमिलनाडु में 29 लोगों की पिछले 24 घंटे में मौत हुई है।
कोविड-19 के रोजाना सामने आ रहे 79.10 प्रतिशत मामले 10 राज्यों में हैं जिनमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
देश में पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 2,17,353 न मामले दर्ज किए गए।
महाराष्ट्र में सर्वाधिक 61,695 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 22,339 जबकि दिल्ली में 16,699 नये मामले सामने आए।
देश में कुल 15,69,743 लोग उपचाराधीन हैं, जो संक्रमण के अब तक के कुल मामलों का 10.98 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों के दौरान उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 97,866 का इजाफा हुआ है।
संक्रमण का इलाज करा रहे कुल मरीजों में से 65.86 फीसदी मरीज पांच राज्यों - महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल में हैं। अकेले महाराष्ट्र में 39.60 फीसदी मामले हैं।
सोलह राज्यों - महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, केरल, तेलंगाना, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में रोजाना नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
देश में स्वस्थ होने वालों की संख्या 1,25,47,866 है, जिनमें से 1,18,302 लोग पिछले 24 घंटों में ठीक हुए हैं।
इसके अलावा इसी अवधि में 1,185 लोगों की मौत भी हुई है।
कोविड की वजह से जान गंवाने वालों में से 85.40 प्रतिशत मौत 10 राज्यों में हुई है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 349 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद छत्तीसगढ़ में 135 लोगों की मौत हुई है।
दस राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से एक भी मौत नहीं हुई है। इनमें लद्दाख, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह तथा अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।
वहीं, दुनिया के सबसे बड़े कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के तहत देश में टीके की 11.72 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
सुबह सात बजे तक उपलब्ध अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक, कुल मिलाकर 17,37,539 सत्रों के माध्यम से 11,72,23,539 टीके दिए जा चुके हैं।
इनमें पहली खुराक ले चुके 90,82,999 स्वास्थ्य कर्मी और दूसरी खुराक ले चुके 56,34,634 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले 1,02,93,524 कर्मियों को टीके की पहली खुराक और 51,52,891 कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के 4,42,30,842 और 30,97,961 बुजुर्ग शामिल हैं, जिन्हें क्रमश: पहली और दूसरी खुराक दी गई है जबकि 45 से 60 वर्ष की उम्र के 3,87,41,890 और 98,876 लाभार्थियों को क्रमश: पहली और दूसरी खुराक दी गई है।
देश में लोगों को अब तक दिए गए टीकों में से 59.63 प्रतिशत टीके महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और केरल में दिए गए हैं।
पिछले 24 घंटों में टीके की करीब 27 लाख खुराक दी गईं।
टीकाकरण अभियान के 90वें दिन टीके की (12 अप्रैल को) 27,30,359 खुराक दी गईं। इनमें से 21,70,144 लाभार्थियों को 39,280 सत्रों के माध्यम से टीके की पहली खुराक जबकि 5,60,215 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई।
पीएमओ के मुताबिक, समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग, इस्पात, सड़क परिवहन व अन्य मंत्रालयों की ओर से संबंधित जानकारियां प्रधानमंत्री से साझा की गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों के बीच आपसी समन्वय और राज्य सरकारों के साथ सहयोग सुनिश्चित करने को कहा।
बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री ने देश में आक्सीजन आपूर्ति की वर्तमान स्थिति और कोरोना महामारी से अत्यधिक प्रभावित 12 राज्यों में आगामी 15 दिनों में इसके अनुमानित इस्तेमाल की स्थिति की समीक्षा की।’’
इन 12 राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं।
इन राज्यों में ऑक्सीजन आपूर्ति की जिलावार स्थिति के बारे में एक विवरण प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि केंद्र व राज्यों की सरकारें लगातार संपर्क में हैं और अनुमानित मांग का ब्योरा भी उनसे साझा किया गया है।
पीएमओ ने बयान में कहा कि इन 12 राज्यों को उनकी अनुमानित जरूरतों के हिसाब से ऑक्सीजन की आपूर्ति कर दी गई है।
ऑक्सीजन की बढ़ती मांग के मद्देनजर देश में इसकी उत्पादन क्षमता के बारे में भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हर संयंत्र की क्षमता के अनुसार ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया।
पीएमओ ने कहा कि समीक्षा बैठक के दौरान चिकित्सकीय इस्तेमाल के लिए इस्पात संयंत्रों से होने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति के अधिशेष संग्रह की भी समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि वह ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों का पूरे देश में निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करें ।
बयान में कहा गया कि ऑक्सीजन टैंकरों का एक से दूसरे राज्यों में आवागमन सुनिश्चित करने के लिए उन्हें परमिट के पंजीकरण से छूट दी गई है।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि राज्यों और ट्रांसपोर्टर्स को टैंकरों के निर्बाध आवागमन के संबंध में आवश्यक सूचना दे दी गई है।
सिलिंडरों में ऑक्सीजन भरने वाले संयंत्रों को भी सभी सावधानियों का ध्यान रखते हुए चौबीसों घंटे काम करने की अनुमति दी गई है। इतना ही नहीं, सरकार ने औद्योगिक इस्तेमाल में आने वाले सिलिंडरों के चिकित्सकीय ऑक्सीजन के लिए इस्तेमाल की अनुमति दी है।
अधिकारियों ने देश में चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन आयात करने के संबंध में किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया।
केंद्र ने शुक्रवार को राज्यों को निर्देश दिया कि अपनी सीमाओं से चिकित्सकीय (मेडिकल) ऑक्सीजन लेकर गुजरने वाले वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करें और कहा कि उन्हें कहीं भी आवश्यक जन स्वास्थ्य सामग्री के उत्पादन और आपूर्ति पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए।
केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले कुछ दिनों के अंदर कोविड-19 रोगियों के लिए मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के परिप्रेक्ष्य में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को यह संदेश भेजा।
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