देश की खबरें | हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए मौसम विभाग ने ‘ओरेंज’ चेतावनी जारी की

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. हिमाचल प्रदेश में शिमला और उसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को भारी वर्षा हुई तथा मौसम विभाग ने सप्ताहांत को राज्य के 12 में से सात जिलों में अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी वर्षा’ होने, गरज के साथ बौछारें पडने और बिजली गिरने का संकेत देते हुए ‘ओरेंज’ चेतावनी जारी की।

शिमला, 28 जून हिमाचल प्रदेश में शिमला और उसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को भारी वर्षा हुई तथा मौसम विभाग ने सप्ताहांत को राज्य के 12 में से सात जिलों में अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी वर्षा’ होने, गरज के साथ बौछारें पडने और बिजली गिरने का संकेत देते हुए ‘ओरेंज’ चेतावनी जारी की।

मौसम विभाग ने एक और दो जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने, गरज के साथ बौछारें पड़ने, बिजली गिरने की ‘येलो’ चेतावनी भी जारी की तथा चार जुलाई तक राज्य में वर्षा होते रहने का अनुमान लगाया। दक्षिण पश्चिम मानसून बृहस्पतिवार को हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पहुंचा। वैसे मानसून पहुंचने में पांच दिनों की देरी हुई है।

विभाग ने शनिवार और रविवार के वास्ते चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों के लिए ‘ओरेंज’ चेतावनी जारी की।

अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को दिन में शिमला में कई स्थानों पर नालों से मलबा सड़क पर गिर पड़ा तथा मलयाना सुराला रोड पर एक नाले के समीप तीन वाहन मलबे में दब गये, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई।

राज्य आपात अभियान केंद्र के अनुसार एक अन्य घटना में कांगड़ा में दो सड़कें तथा किन्नौर एवं कुल्लू जिलों में एक-एक सड़क वर्षा के बाद यातायात के लिए अवरुद्ध हो गयी।

राज्य की राजधानी शिमला और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है। शिमला में 84 मिलीमीटर और उपनगरीय क्षेत्र जुब्बारहट्टी में 136 मिलीमीटर बारिश हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक, गोहर में 42 मिलीमीटर, माशोबरा में 38 मिलीमीटर, स्लार में 34.6 मिलीमीटर, कुफरी और शिलारू में 24.2 मिलीमीटर, सराहन और बर्थिन में 22 मिलीमीटर, घागस में 18.8 मिलीमीटर, कारसोग में 18.2 मिलीमीटर, काहू में 16 मिलीमीटर और पंडोह में 12 मिलीमीटर वर्षा हुई।

मौसम विभाग तेज हवा और वर्षा से बागानों, बागवानी, खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने, कमजोर पड़ गये ढांचों और मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचने, यातायात बाधित होने और निचले क्षेत्रों में पानी जमा होने की चेतावनी दी है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिले में चोपाल के समीप नेरवा से नुकसान की खबर आने की बात कही है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य के लोगों से नदियों एवं नालों से दूर रहने का अनुरोध करता हूं, क्योंकि बादल फटने के बाद जलस्तर बढ़ता है जो घातक हो सकता है, ऐसे में लोग सावधानी बरतें।’’

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