तोक्यो, 25 जुलाई भारत के लिये तोक्यो ओलंपिक की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में रविवार का दिन मिश्रित सफलता वाला रहा तथा जहां मनिका बत्रा ने पहले दो गेम में पिछड़ने के बाद वापसी करके महिला एकल के तीसरे दौर में जगह बनायी वहीं पुरुष एकल में ज्ञानशेखरन साथियान शुरुआती बढ़त का फायदा उठाने में नाकाम रहे और अपने से कम रैंकिंग वाले खिलाड़ी से हार गये।
विश्व रैंकिंग में 62वें नंबर की मनिका ने यूक्रेन की 20वीं वीं वरीयता प्राप्त मारग्रेट पेसोत्सका को 57 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 4-3 से (4-11, 4-11, 11-7, 12-10, 8-11, 11-5, 11-7) से हराया। तीसरे दौर में उनका मुकाबला सोमवार को आस्ट्रिया की सोफिया पोलकानोवा से होगा।
इससे पहले साथियान ने पुरुष एकल वर्ग के दूसरे दौर में हांगकांग के लाम सियू हांग के खिलाफ एक समय 3-1 से बढ़त बना रखी थी लेकिन आखिर में वह इस मैच को 3-4 से हार गये।
विश्व रैकिंग में 95वें स्थान के लाम ने 38वें नंबर के साथियान को 11-7, 7-11, 4-11, 5-11, 11-9, 12-10, 11-6 से पराजित किया।
मनिका जब भी पिछड़ रही थी तब दबाव होने के बावजूद उन्होंने लंबी रैलियां खेली तथा अपने शॉट पर शानदार नियंत्रण बनाये रखा।
मनिका को शुरू में लय हासिल करने में परेशानी हुई और उक्रेनी खिलाड़ी आसानी से पहले दो गेम अपने नाम कर दिये। मनिका के पास उनके फोरहैंड और स्मैश का कोई जवाब नहीं था।
मनिका तीसरे गेम में भी शुरू में पीछे चल रही थी लेकिन उन्होंने 6-6 से स्कोर बराबर किया और फिर लगातार बढ़त बनाये रखकर फोरहैंड हिट से यह गेम अपने नाम किया।
चौथे गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। मनिका ने इस गेम में 6-4 की बढ़त गंवायी। दोनों खिलाड़ी इसके बाद बराबरी पर आगे बढ़ती रही लेकिन मनिका ने दूसरे गेम प्वाइंट पर मैच को 2-2 से बराबरी पर ला दिया।
उक्रेनी खिलाड़ी ने पांचवें गेम में शुरू में बढ़त हासिल की लेकिन मनिका ने वापसी करने में देर नहीं लगायी और स्कोर 8-8 से बराबर कर दिया। इस बीच उनके स्मैश देखने लायक थे। पेसोत्सका ने हालांकि लगातार तीन अंक बनाकर मैच में फिर से बढ़त हासिल कर दी।
मनिका छठे गेम में भी एक समय 2-5 से पीछे चल रही थी लेकिन उन्होंने इसके बाद लगातार नौ अंक बनाकर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। निर्णायक गेम में तो मनिका ने अपने खेल पर अच्छी तरह से नियंत्रण बना दिया था। उक्रेनी खिलाड़ी के पास उनके स्मैश का कोई जवाब नहीं था। मनिका ने फोरहैंड स्मैश पर यह मैच अपने नाम किया।
मनिका इस मैच में भी अपने कोच के बिना उतरी थी। उनके निजी कोच को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं मिली और इस भारतीय खिलाड़ी ने विरोध में राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की सेवाएं लेने से इन्कार कर दिया था।
इससे पहले साथियान अपने अनुभव और रैंकिंग के अनुसार खेल नहीं दिखा पाये। अपना पहला ओलंपिक खेल रहे साथियान का इससे पहले लाम के खिलाफ रिकॉर्ड 2-0 का था ।
पहला गेम बराबरी का था और हांगकांग के खिलाड़ी ने फोरहैंड पर शानदार प्रदर्शन करते हुए इसे अपने नाम किया । दूसरे गेम में साथियान ने शुरू ही से बढत बनाकर उसे कायम रखा । एक ओर साथियान शानदार खेल दिखा रहे थे तो दूसरी ओर लाम लगातार गलती कर रहे थे । अगले दो गेम जीतकर साथियान ने 3 . 1 की बढत बना ली ।
इसके बाद लाम ने शानदार वापसी करते हुए अगले दो गेम जीतकर स्कोर 3 . 3 से बराबर कर दिया । निर्णायक गेम में लाम ने 5 . 2 से बढत बना ली जो जल्दी ही 9 . 6 की हो गई । बैकहैंड पर साथियान की गलती का फायदा उठाकर लाम ने यह मैच जीत लिया ।
सोमवार को पुरुष एकल के दूसरे दौर में अचंता शरत कमल का पुर्तगाल के टियागो अपोलोनिया तथा महिला एकल में सुतिर्था मुखर्जी का पुर्तगाल की ही यू फू से मुकाबला होगा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)