देश की खबरें | मालवीय ने मनमोहन की आलोचना की, रमेश ने ‘ट्रोल मास्टर’ का झूठ बताकर पलटवार किया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 33 साल की संसदीय पारी के समापन के मौके पर भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने बुधवार को बतौर प्रधानमंत्री उनके नेतृत्व की आलोचना की जिस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा के ‘ट्रोल मास्टर’ ने दुर्भावनापूर्ण एवं झूठे आरोप लगाए हैं।

नयी दिल्ली, तीन अप्रैल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 33 साल की संसदीय पारी के समापन के मौके पर भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने बुधवार को बतौर प्रधानमंत्री उनके नेतृत्व की आलोचना की जिस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा के ‘ट्रोल मास्टर’ ने दुर्भावनापूर्ण एवं झूठे आरोप लगाए हैं।

रमेश ने यह भी कहा कि मनमोहन सिंह सादगी, तपस्या और सत्यनिष्ठा के प्रतीक हैं।

भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख मालवीय ने दावा किया कि मनमोहन सिंह भारत के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार के मुखिया थे और उनके नेतृत्व वाली सरकार में भारत और गरीब बन गया।

मालवीय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 33 साल बाद राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने 2004-14 के बीच शीर्ष पद संभाला था। प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, डॉ. सिंह, जिन्हें एक विद्वान अर्थशास्त्री के रूप में जाना जाता है, ने भारत को गरीब बना दिया।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘आईएमएफ का डेटा इस प्रकार है: डॉ. सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के तहत, विकासशील देशों (चीन सहित) के प्रतिशत के रूप में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 35 प्रतिशत से घटकर 30 प्रतिशत हो गई। इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत (1998-2004) किया था। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 42 प्रतिशत (2014-24) कर दिया है।’’

उन्होंने कुछ और आंकड़े पेश करते हुए दावा किया, ‘‘डॉ. मनमोहन सिंह न केवल स्वतंत्र भारत के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार के मुखिया थे, बल्कि उन्होंने भारतीयों को और गरीब भी बनाया। इसके विपरीत, प्रधानमंत्री वाजपेयी और मोदी ने भारतीयों को अमीर बना दिया। यह डॉ. सिंह और कांग्रेस की (आखिरकार सोनिया गांधी सुपर प्रधानमंत्री थीं) स्थायी विरासत है।’’

मालवीय पर पलटवार करते हुए रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा के ट्रोल मास्टर अमित मालवीय आज बेतुकेपन और दुर्भावनापूर्ण बात की नयी ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। वह आंकड़ों के बारे में झूठ बोलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन आज उन्होंने झूठ बोलने के लिए एक नए आंकड़े का आविष्कार करने का फैसला किया है।’’

उनका कहना था, ‘‘मनमोहन सिंह 33 साल की सार्वजनिक सेवा के बाद आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके प्रति थोड़ा भी सम्मान दिखाने और थोड़ी सी भी शालीनता रखने के बजाय, मालवीय ने डॉ. मनमोहन सिंह की निंदा करना चुना है। आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान के बारे में न तो नरेन्द्र मोदी जी और न ही मालवीय दूर-दूर तक सोच सकते हैं।’’

रमेश ने कहा, ‘‘ मनमोहन सिंह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो कम बोलते हैं और बहुत कुछ हासिल करते हैं। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो कभी भी आत्म-गान में लिप्त नहीं होते हैं, बल्कि आलोचकों और विरोधियों सहित दूसरों को श्रेय देने के लिए तैयार रहते हैं। वह सादगी, तपस्या और सत्यनिष्ठा के प्रतीक हैं।’’

उनके अनुसार, ‘‘मालवीय की अतिसक्रिय कल्पना से उत्पन्न इन निरर्थक विकृतियों के बजाय, आईएमएफ डेटा के आधार पर प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद पर स्पष्ट और सरल तथ्य यहां दिए गए हैं: 2004-2014 तक, भारत की प्रति व्यक्ति नाममात्र जीडीपी 635 डॉलर से बढ़कर 1560 डॉलर हो गई। 145 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 2014-2024 तक, भारत की प्रति व्यक्ति नॉमिनल जीडीपी 1560 डॉलर से बढ़कर 2850 डॉलर हो गई यानी 82 की वृद्धि हुई।’’

उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया।

रमेश ने दावा किया, ‘‘हर पैमाने पर, पिछले 10 साल हमारी अर्थव्यवस्था के लिए एक काला दशक रहा है। भारत के लोग और उनकी संकट की व्यक्तिगत कहानियाँ इसका प्रमाण हैं। हम सभी 4 जून को गवाही देंगे।’’

हक

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