मुंबई, 25 सितंबर महाराष्ट्र सरकार ने सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के बाद, वहां 60 फुट ऊंची एक नयी प्रतिमा के निर्माण के लिए एक निविदा जारी की है।अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि नयी प्रतिमा का आकार पिछली प्रतिमा लगभग दोगुना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रतिमा 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी और सरकार ने इस काम पूरा करने के लिए छह महीने की समय सीमा तय की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल चार दिसंबर (नौसेना दिवस) को सिंधुदुर्ग जिले की मालवण तहसील में स्थित राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। यह प्रतिमा 26 अगस्त को तेज हवाओं के कारण गिर गई थी।
प्रतिमा के शिल्पकार जयदीप आप्टे को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।
प्रतिमा गिरने को लेकर सरकार की काफी आलोचना की गयी। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सिंधुदुर्ग में प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय बेतरतीब ढंग से लिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप यह काम सही ढंग नहीं हुआ।
महाराष्ट्र लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर जंग लगने पर चिंता जताई थी और ढांचे के ढहने से ठीक छह दिन पहले नौसेना के एक अधिकारी को भेजे पत्र में स्थायी उपाय सुझाए थे।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि प्रतिमा का डिजाइन और निर्माण भारतीय नौसेना ने किया था। उन्होंने दावा किया कि जब प्रतिमा गिरी, तब हवा की गति 45 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया कि नई प्रतिमा के निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नयी प्रतिमा की ऊंचाई 60 फुट होगी।
अधिकारी ने बताया, ‘‘अब इसकी इंजीनियरिंग, स्थापना और रखरखाव सहित कुल लागत 20 करोड़ रुपये होगी। सरकार ने इस काम पूरा करने के लिए छह महीने का समय दिया है। प्रतिमा की ऊंचाई 60 फुट होगी।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)