भोपाल, 30 नवंबर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि ब्रिटेन और जर्मनी के छह दिवसीय दौरे के दौरान राज्य को 78 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
विदेश यात्रा से लौटने पर यादव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में ब्रिटेन और जर्मनी से क्रमश: 59,350 करोड़ रुपये और 18,090 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने कहा, "ब्रिटेन दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल का ध्यान खनिज, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, ईवी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और खाद्य प्रसंस्करण पर केंद्रित था। जर्मनी में हमने प्रौद्योगिकी अनुसंधान, हरित ऊर्जा और औद्योगिक विकास पर विशेष ध्यान दिया है।"
एक अधिकारी ने बताया कि ब्रिटेन में एसआरएएम और एमआरएएम समूह ने सेमीकंडक्टर और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पार्क में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है।
अधिकारी ने कहा, "इसी तरह हीलियन फार्मास्यूटिकल्स ने तीन हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है। कंपनी प्रमुख के साथ विचार-विमर्श करने के बाद तत्काल ही इंदौर के स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क में फार्मा प्रमुख को जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया गया। जर्मनी की लॉन्ग हाउस पार्टनर्स ने प्रौद्योगिकी एवं नवाचार क्षेत्र में 14 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है, जबकि एएमएस ओएसआरएएम सेमीकंडक्टर/इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये का निवेश करने की इच्छुक है।"
यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन से आगे निकल गई है।
उन्होंने कहा, "ब्रिटेन और जर्मनी की यात्रा मध्यप्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। मैं मध्यप्रदेश को मिले निवेश प्रस्तावों के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। उनके नेतृत्व और देश की मजबूत आर्थिक नीतियों के कारण ही ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देश मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं।"
उन्होंने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करने के लिए एकत्र हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उनका लक्ष्य मध्यप्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "मध्यप्रदेश अपनी क्षमता, प्रतिभा, कौशल और मेहनत से लगातार आगे बढ़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार राज्य के विकास के लिए काम कर रही है और रोजगार मुहैया करा रही है। सागर क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन के दौरान भारत और जर्मनी ने एक संयुक्त उद्यम कंपनी के माध्यम से भोपाल के पास अचारपुरा में एक औद्योगिक इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।"
उन्होंने कहा कि इस कंपनी के जर्मनी के साझेदार को उनकी यात्रा के दौरान भूमि आवंटन पत्र सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि निवेश 100 करोड़ रुपये से अधिक होगा। यादव ने कहा कि संभाग स्तर पर आयोजित किए जा रहे 'क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन' मध्यप्रदेश के विकास के लिए बहुत कारगर साबित हो रहे हैं।
सात दिसंबर को नर्मदापुरम में क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन का आयोजन होगा, जबकि दूसरा सम्मेलन बाद में शहडोल संभाग में होगा।
मुख्यमंत्री की इस विदेश यात्रा का दूसरा प्रमुख उद्देश्य फरवरी में भोपाल में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों को आकर्षित करना था।
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