हासन (कर्नाटक), 23 अप्रैल : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को कानून की पढ़ाई करने वाली प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने बस की मुफ्त टिकट से बनी एक माला भेंट की, जिससे वह बहुत खुश हुए. कांग्रेस के पांच प्रमुख चुनावी वादों में से एक 'शक्ति' गारंटी योजना शुरू करने के लिए छात्रा ने सिद्धरमैया के प्रति आभार जताने के लिए ये माला भेंट की. पिछले साल जून में शुरू की गई इस योजना से राज्य की गैर-लक्जरी सरकारी बसों में महिलाएं मुफ्त यात्रा करती हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना की शुरुआत के बाद 194.39 करोड़ मुफ्त यात्रा की गई हैं, जिसमें राज्य के खजाने पर 4,673.56 करोड़ रुपये का भार पड़ा.
एम. ए. जयश्री ने सोमवार शाम को इस जिले के अरसीकेरे में एक चुनावी रैली के दौरान सिद्धरमैया को माला भेंट की थी. जयश्री ने सिद्धरमैया को माला भेंट करते हुए कहा, ''आपने मुझे बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा दी, जिससे मैं कानून की पढ़ाई कर सकूं.'' सिद्धरमैया के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में जयश्री के हवाले से बताया गया कि उसने माला भेंट करते हुए कहा, ''इसलिए मैंने बस के सारे मुफ्त टिकट जमा किये थे और उनसे ये माला बनाई. मैं आपको इसे देने के लिए महीनों से इंतजार कर रही हूं. जब मुझे पता चला कि आप आज अरसीकेरे आ रहे हैं, तो मैं यह माला लेकर यहां आ गई.'' यह भी पढ़ें : ओडिशा में चुनाव से पहले बीजद की दो प्रमुख महिला नेताओं ने इस्तीफा दिया
मुख्यमंत्री इस भाव से अभिभूत हुए और उन्होंने इसे "हमारी सरकार की उपलब्धियों की माला" के तौर पर स्वीकार किया. मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर विपक्षियों द्वारा कांग्रेस की गारंटी योजना की आलोचना किये जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''वह कानून की पढ़ाई पूरी करके एक अच्छी वकील बनकर समाज की सेवा करना चाहती है और उन गुमराह लोगों को सही रास्ता दिखाना चाहती है जो गारंटी योजनाओं के कारण लड़कियों के भटकने का आरोप लगाते हैं."