देश की खबरें | कर्नाटक : भाजपा के दो ‘बागी’ विधायकों ने व्हिप उल्लंघन को लेकर पार्टी को जवाब भेजा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो ‘बागी’ विधायकों एस.टी. सोमशेखर और अरबैल शिवराम हेब्बार ने बृहस्पतिवार को बताया कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव के दौरान व्हिप उल्लंघन के मामले में पार्टी द्वारा जारी नोटिस का 170 पन्नों का अपना जवाब भेज दिया है। उन्होंने बताया कि इसमें ऐसे मामलों में देश भर की विभिन्न अदालतों के फैसलों का हवाला दिया गया है।
बेंगलुरु, 21 मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो ‘बागी’ विधायकों एस.टी. सोमशेखर और अरबैल शिवराम हेब्बार ने बृहस्पतिवार को बताया कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव के दौरान व्हिप उल्लंघन के मामले में पार्टी द्वारा जारी नोटिस का 170 पन्नों का अपना जवाब भेज दिया है। उन्होंने बताया कि इसमें ऐसे मामलों में देश भर की विभिन्न अदालतों के फैसलों का हवाला दिया गया है।
कर्नाटक की चार राज्यसभा सीट के लिए 27 फरवरी को हुए मतदान के दौरान येल्लापुर से विधायक हेब्बार ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मतदान में हिस्सा नहीं लिया जबकि यशवंतपुर के विधायक सोमशेखर ने ‘अंतर आत्मा’ की आवाज के नाम पर कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया जिसकी वजह से भाजपा को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
भाजपा के दोनों ‘बागी’ विधायकों ने बृहस्पतिवार को एक साथ उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार से मुलाकात की, लेकिन कहा कि यह मुलाकात उनके विधानसभा क्षेत्रों में पानी के मुद्दों को लेकर थी।
सोमशेखर ने कहा, ‘‘भाजपा ने नोटिस दिया था, हमने उसका जवाब दे दिया है। हम कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने जो भी पूछा था, हमने उसका जवाब दिया है। उन्होंने एक पन्ने का नोटिस जारी किया था, हमने 170 पन्नों का जवाब दिया है। हमने पूरे भारत में इसी तरह के घटनाक्रम का हवाला दिया है। हमने अदालत के फैसलों का भी हवाला दिया है।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, गुजरात और अन्य राज्यों में भाजपा ने जो रुख अपनाया है, उसका जिक्र जवाब में किया गया है।
सोमशेखर ने कहा, ‘‘मैंने अपने जवाब में कर्नाटक और अन्य राज्यों में पार्टी द्वारा अपनाए गए रुख में अंतर की ओर इशारा किया है।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें राज्य स्तर के भाजपा नेताओं से कोई शिकायत नहीं है।
सोमशेखर ने बेंगलुरु उत्तर से भाजपा द्वारा और केंद्रीय मंत्री शोभा करांदलाजे को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भी अपनी नाराजगी जताई।
हेब्बार ने कहा कि उन्होंने भी अपने जवाब में देश के विभिन्न हिस्सों की अदालतों के विभिन्न फैसलों का हवाला दिया है और उनका जवाब सोमशेखर के जवाब की तुलना में कम पन्नों में हो सकते है। उन्होंने कहा, ‘‘नोटिस का विषय मेरे और सोमशेखर के लिए एक ही है, लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि उन्होंने मतदान डाला जबकि मैं अनुपस्थित था।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए काम करेंगे, हेब्बार ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र (उत्तर कन्नड़ लोकसभा सीट) के लिए पार्टी ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। उन्होंने कहा,‘‘देखते हैं, घोषणा होने के बाद फैसला करूंगा।’’
सोमशेखर और हेब्बार पहले कांग्रेस में थे। वे कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर गठबंधन के उन 17 विधायकों में से थे, जिन्होंने अपनी पार्टियों से इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण अंततः जुलाई 2019 में तत्कालीन एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई।
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