बेंगलुरु, 2 अप्रैल : बेंगलुरु पुलिस ने सोशल मीडिया पर कथित भड़काऊ और फर्जी पोस्ट के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के बी.आर. नायडू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. आरोप है कि दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं के खिलाफ भड़काऊ और फर्जी पोस्ट की.
पुलिस ने बताया कि यहां हाई ग्राउंड्स पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देना), धारा 504 (जानबूझकर अपमान करना), धारा 506 (आपराधिक धमकी) और धारा 464 (झूठे दस्तावेज बनाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह भी पढ़ें : Congress 800 Leaders Join BJP: देवभूमि द्वारका में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका, करीब 800 कार्यकर्ता भाजपा में शामिल
यहां अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) अदालत ने फरवरी में बेंगलुरु पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. अदालत ने भाजपा के विधि प्रकोष्ठ के पूर्व सचिव योगेन्द्र होदघट्टा की शिकायत के बाद पुलिस को जांच करने का निर्देश दिया. भाजपा नेताओं ने 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस आंदोलन में भाग लेने वाले कारसेवक श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया था.
भाजपा के प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर लिखा था, ‘‘मैं भी कारसेवक हूं, मुझे भी गिरफ्तार करो.’’
कांग्रेस आईटी सेल ने कथित तौर पर तख्तियों पर लिखे शब्दों में छेड़छाड़ की तथा इसे घोटालों और अन्य अनियमितताओं के इकबालिया बयान जैसा बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया. इसे प्रदेश कांग्रेस इकाई के प्रमुख शिवकुमार के सोशल मीडिया हैंडल से भी साझा किया गया था.