पलायन, अराजकता, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का दंश झेल रहा है झारखंड: निर्मला सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि झारखंड बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, पलायन और अराजकता का खामियाजा भुगत रहा है और राज्य के शासन में बदलाव समय की जरूरत है.
रांची, 9 मई : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि झारखंड बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, पलायन और अराजकता का खामियाजा भुगत रहा है और राज्य के शासन में बदलाव समय की जरूरत है. सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि झारखंड के प्रति सौतेला व्यवहार किए जाने के आरोप निराधार हैं.
उन्होंने कहा कि उद्योगों की बहाली के जरिए पूर्वी भारत देश के विकास का इंजन बन सकता है. मंत्री ने कहा, ‘‘कारोबार में सुगमता के मामले में झारखंड शीर्ष पांच राज्यों में शुमार हुआ करता था लेकिन अब यहां ‘जंगल राज’ है. यदि कानून व्यवस्था में सुधार होता है तो राज्य में निवेश बढ़ेगा...झारखंड के शासन में बदलाव समय की मांग है.’’ यह भी पढ़ें : ओडिशा: प्रचार के लिए नेता आदिवासी इलाकों के साप्ताहिक ‘हाट बाजारों’ में जा रहे
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा राज्य के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने के (विपक्ष के) आरोप निराधार हैं... झारखंड को 2024-25 के बजट में रेल परियोजनाओं के लिए रिकॉर्ड 7,200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.’’