कोलकाता, 18 जून भारत की शीर्ष तीरंदाज दीपिका कुमारी का मानना है कि पेरिस में 10 दिन के पृथकवास के दौरान टीम के बीच आपसी समझ मजबूत हुई है जिसका तोक्यो ओलंपिक के लिये रविवार से शुरू होने वाले अंतिम क्वालीफायर में मदद मिलेगी।
विश्व में तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका पहले ही व्यक्तिगत रिकर्व वर्ग में ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुकी है लेकिन इस बार उनके सामने अलग तरह की चुनौती है।
सबसे सीनियर तीरंदाज होने के कारण उन्हें अपनी टीम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाना होगा। टीम में कोमालिका बारी और अंकिता भक्त जैसी युवा खिलाड़ी शामिल हैं।
दीपिका ने अंतिम क्वालीफायर से पूर्व पेरिस से पीटीआई से कहा, ‘‘आम तौर पर मैं अलग रहती हूं और जूनियर के साथ घुलने मिलने के लिये समय निकालती हूं लेकिन विची में पृथकवास के दौरान हमने अभ्यास के बाद कई घंटे साथ में बिताये। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीम गेम में पारदर्शिता होनी चाहिए और मुझे लगता है कि इससे (पृथकवास) हमें काफी मदद मिल रही है। मैं टीम के बीच तालमेल से खुश हूं। अब हम एक दूसरे को अच्छी तरह से समझते हैं। ’’
दीपिका ने कहा, ‘‘टीम की सबसे सीनियर सदस्य होने के कारण मेरी प्राथमिकता हर समय आत्मविश्वास में रहना है ताकि इससे मेरी साथियों का भी हौसला बढ़े। अच्छा प्रदर्शन करना है और करवाना भी है। यह मेरा काम है। ’’
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