विदेश की खबरें | इराकी अधिकारी कर रहे हैं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की हत्या के मामले की जांच
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

देश की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर गुफरान महदी सवादी ‘टिकटॉक’ और ‘इंस्टाग्राम’ पर बेहद लोकप्रिय थीं। इन सोशल मीडिया मंचों पर वह अपने वीडियो पोस्ट करती थीं और अधिकतर वीडियो में उन्हें संगीत की धुन पर थिरकते देखा जा सकता है। वह ‘उम फहद’ नाम से भी जानी जाती थीं। उन्हें उनके घर के सामने मोटरसाइकिल सवार सशस्त्र बदमाश ने गोली मार दी।

सोशल मीडिया पर फहद के हजारों ‘फॉलोअर्स’ है।

फहद की हत्या जायूना में की गई और यह वही स्थान हैं जहां प्रमुख इराकी शोधकर्ता और सुरक्षा विशेषज्ञ हिशाम अल-हाशिमी को 2020 में गोली मारी गई थी।

एक इराकी सुरक्षा अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि शुक्रवार को जब फहद ने अपनी कार अपने घर के बाहर खड़ी की तभी हमलावर ने उन पर गोलियां चलाईं जिससे उनकी मौत हो गई। हमलावर उनका फोन भी अपने साथ ले गए।

फहद सोशल मीडिया से जुड़ी पहली हस्ती नहीं हैं जिनकी हत्या की गई है। पिछले वर्ष नूर अलसफर की भी शहर में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। नूर ट्रांसजेंडर थीं और उनके भी सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स थे।

फहद के पड़ोसी अबु अदम ने बताया कि गोलियों की आवाज सुन कर वह बाहर आए तो देखा कि फहद की कार का दरवाजा खुला था और वह स्टेयरिंग पर औंधे मुहं पड़ी थीं।

उन्होंने कहा,‘‘ फहद के साथ एक अन्य महिला थी जो हमले के बाद वहां से चली गई। घटना के बाद सुरक्षा बल के जवान पहुंचे। उन्होंने पूरे इलाके की घेराबंदी की और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।’’

पुलिस मामले की जांच कर रही है।

एपी

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