देश की खबरें | आईपीएस अधिकारी गौरव यादव बने पंजाब के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)के वरिष्ठ अधिकारी गौरव यादव ने मंगलवार को पंजाब के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर उन्होंने ‘‘गैंगस्टर कल्चर’’ को खत्म करने और मादक पदार्थों के खतरे को नियंत्रित करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

चंडीगढ़, पांच जुलाई भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)के वरिष्ठ अधिकारी गौरव यादव ने मंगलवार को पंजाब के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर उन्होंने ‘‘गैंगस्टर कल्चर’’ को खत्म करने और मादक पदार्थों के खतरे को नियंत्रित करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

राज्य के मौजूदा पुलिस प्रमुख वी.के.भावरा के मंगलवार को दो महीने के अवकाश पर जाने की वजह से यादव को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी दी गई है।

राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक यादव पंजाब के विशेष डीजीपी (प्रशासन) पद भी बने रहेंगे।

कार्यभार संभालने के बाद यादव ने शीर्ष अधिकारियों के साथ की गई बैठक में कहा कि वह राज्य पुलिस की बेहतरी के लिए कार्य करते रहेंगे।

पुलिस महानिदेशक ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता मादक पदार्थ के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करने तथा पंजाब को मादक पदार्थ मुक्त करने एवं ‘‘गैंगस्टर कल्चर’’ को खत्म कर कानून व्यवस्था को बनाए रखने की है।

यादव ने कहा, ‘‘हम राज्य में सुरक्षित कानून व्यवस्था और लोक हितकारी पुलिस व्यवस्था मुहैया कराने को प्रतिबद्ध हैं। ’’ उन्होंने इस संदर्भ में जनता से भी सहयोग मांगा।

गौरतलब है कि हाल में राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की थी कि वह कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार लाएंगे। उन्होंने दोहराया था कि वह राज्य में ‘‘गैंगस्टर कल्चर’’ को खत्म करेंगे।

मादक पदार्थ के खिलाफ लड़ाई की घोषणा करते हुए मान ने विशेष तौर पर कहा था कि उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया है कि ड्रग माफिया के साथ साठगांठ करने वाले किसी व्यक्ति को न छोड़ा जाए।

इस बीच, यादव ने जोर दिया कि मूलभूत पुलिस व्यवस्था में बदलाव करने की जरूरत है जिसमें असुरक्षित या संवदेनशील स्थानों पर नजर रखना, हमेशा कानून व्यवस्था की किसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना और अपराध के आंकड़ों पर नजर रखना, पुलिस थानों का निरीक्षण करना और पुलिस कर्मियों के कल्याण को देखना शामिल है।

डीजीपी ने सभी पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को भी अपने-अपने क्षेत्र में जांच चौकियों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि अधिक से अधिक वाहनों की जांच की जा सके। ऐसा करने से अपराधिक गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी।

यादव वर्ष 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उन्हें मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव पद पर तैनात किया गया था।

वह पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक पी.सी. डोगरा के दामाद और खुफिया मामलों के विशेषज्ञ हैं। यादव ने वर्ष 2016 में शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-भाजपा शासन के दौरान पुलिस की खुफिया इकाई के प्रमुख के तौर पर काम किया था।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\