जश्न मनाने के बजाय आत्म चिंतन करे केंद्र सरकार: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि उसे कार्यकाल के आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने के बजाय “आत्म चिंतन” करना चाहिए क्योंकि देश में नौजवान से लेकर किसान तक, हर तबका परेशान है.
जयपुर, 11 जून : पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि उसे कार्यकाल के आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने के बजाय “आत्म चिंतन” करना चाहिए क्योंकि देश में नौजवान से लेकर किसान तक, हर तबका परेशान है. इसके साथ ही पायलट ने विश्वास जताया कि अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर सरकार बनाएगी. पायलट शनिवार को दौसा जिले में थे. उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री व अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर भंडाना में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत में पायलट ने कहा, “केंद्र सरकार को आठ साल का जश्न मनाने के बजाय आत्म चिंतन करना चाहिए. वे लोगों का ध्रुवीकरण कर वोट तो ले सकते हैं लेकिन आज नौजवान... किसान, हर वर्ग, हर व्यक्ति परेशान है, इसे लेकर उन्हें आत्म चिंतन करना चाहिए.”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चाहती है कि कश्मीरी पंडितों के नरसंहार, बढ़ती बेरोजगारी व महंगाई, किसानों की समस्याओं पर चर्चा न हो, केवल धर्म व मंदिर-मस्जिद पर बात हो. पायलट ने कहा, “जनता समझदार है और समय आने पर सही निर्णय लेगी.” भाजपा के कुछ नेताओं की टिप्पणियों को लेकर उठे विवाद पर पायलट ने कहा, “जो लोग समाज में जहर फैलाने की कोशिश करते हैं, टकराव की स्थिति पैदा करते हैं, उन पर ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए जो आने वाले समय में उदाहरण बने.” पायलट ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को केंद्रीय परियोजना का दर्जा नहीं देने के लिए भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी बात पर खरा उतरना चाहिए. राज्य में अगले साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “जिस तरह से हम सरकार संगठन का तालमेल बनाकर चल रहे हैं, 2023 में राजस्थान में कांग्रेस की फिर सरकार बनेगी. इसे कोई रोक नहीं सकता.” यह भी पढ़ें : पंजाब के होशियारपुर में गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति घायल
राजस्थान में राज्यसभा के चुनाव में पार्टी के तीनों प्रत्याशियों की जीत पर पायलट ने कहा कि इससे राज्य में भाजपा की अंतर्कलह व फूट सामने आ गई है. उन्होंने कहा, “हम शुरू से कह रहे थे कि हमारे पास जितना संख्याबल है उसके आधार पर हम तीन उम्मीदवारों को जिता सकते हैं और पूरे देश ने देखा है कि हमने अपने तीनों उम्मीदवारों को अच्छे बहुमत से जिताया है.” इसके साथ ही पायलट ने शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव में धौलपुर से भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाह के ‘क्रॉस वोट’ पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुप्पी पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “भाजपा का कुनबा लगातार बिखरता जा रहा है. आपने देखा होगा कि कल के घटनाक्रम के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कोई बयान नहीं आया है... न तो निंदा की, न प्रशंसा की लेकिन सब पर्दे के पीछे का खेल समझ रहे हैं.” राज्यसभा की चार सीटों पर शुक्रवार को हुए चुनाव में प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन और भाजपा ने एक सीट जीती. भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी के पक्ष में ‘क्रॉस वोट’ करने वाली अपनी विधायक शोभारानी कुशवाह को पार्टी ने निलंबित कर दिया है.
उन्होंने कहा, “भाजपा ने जो एक कोशिश की थी जोड़ तोड़ करने की, भ्रम पैदा करने की उसमें वे बिलकुल धराशाही हो गए हैं. यह पूछना चाहिए कि जिस विधायक ने उनके व्हिप का उल्लंघन किया उसने ऐसा किसके कहने पर किया लेकिन यह भाजपा का अंदरूनी मामला है.” कांग्रेस नेता ने कहा कि जो भाजपा जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा सकती, उसे जनता सत्ताधारी दल बनने की जिम्मेदारी कैसे दे सकती है. भाजपा नेताओं की अंतर्कलह व फूट सामने आ गई है. भाजपा को आत्म चिंतन करना चाहिए. इस अवसर पर आयोजित सर्वधर्म सभा में राज्य सरकार में मंत्री परसादी लाल मीणा व ममता भूपेश के साथ साथ विधायक राकेश पारीक, वेद प्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, वीरेंद्र चौधरी, इंद्रा मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, सुरेश मोदी, गजराज खटाना, पीआर मीणा, इंद्राज गुर्जर, प्रशांत बैरवा व हरीश मीणा भी मौजूद रहे.