इस्लामाबाद, 23 दिसंबर जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग और न्यायालय से आश्वासन मिलने के बावजूद उसके सदस्यों को निशाना बनाया गया, गिरफ्तार किया गया और आठ फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने से रोका गया।
पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संगठनात्मक चुनावों और क्रिकेट के बल्ले को चुनाव चिन्ह के रूप में रखने की उसकी याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद पार्टी ने यह आरोप लगाया है।
चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 24 दिसंबर है।
डॉन अखबार की एक खबर के अनुसार, पीटीआई के कई उम्मीदवारों को चुनाव अधिकारी (आरओ) तक पहुंचने की इजाजत नहीं दी गई, जिससे कार्यवाहक सरकार के सभी को समान अवसर प्रदान करने का दावा खोखला साबित हो गया।
पार्टी के वकीलों का कहना है कि पुलिस ने 50 से अधिक पीटीआई नेताओं की एक सूची तैयार की है ताकि उन्हें नामांकन दाखिल करने से रोका जा सके। इन नेताओं पर पहले से ही पंजाब में नौ मई को हुए दंगों के मामले दर्ज हैं।
पीटीआई नेताओं ने डॉन समाचार पत्र को बताया कि पुलिस उनके संवैधानिक अधिकार को कुचल रही है।
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