नयी दिल्ली, 18 जनवरी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने सोमवार को कहा कि अपना मानसून पूर्वानुमान बेहतर करने के लिए विभाग बहु -प्रारूप समष्टि पहल का इस्तेमाल करेगा एवं चार महीने के बारिश सीजन के लिए अपना मासिक पूर्वानुमान भी देगा।
महापात्रा ने कहा कि आईएमडी पांच दिनों के लिए केंद्रीय जल आयोग को बाढ़ पूर्वानुमान भी देगा। फिलहाल विभाग तीन दिनों के लिए बाढ पूर्वानुमान देता है।
दिनभर की ‘ वर्षा पर वार्षिक मानसून ई-कार्यशाला एवं राष्ट्रीय ई-परिसंगोष्ठी’ को संबोधित करते हुए उन्होंने माना कि दक्षिण पश्चिम मानसून, 2020 का पूर्वानुमान सटीक नहीं था।
इस संगोष्ठी में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के संगठनों वरिष्ठ वैज्ञानिकों एवं आईएमडी के वरिष्ठ मौसमविज्ञानियों ने हिस्सा लिया।
2021 के मानसून पूर्वानुमान पर महापात्रा ने कहा, ‘‘ हम 2021 के लिए दक्षिणपश्चिम मानसून के पूर्वानुमान के लिए बहु -प्रारूप समष्टि पहल का इस्तेमाल करेंगे।’’
इसमें अन्य गतिशील प्रारूप शामिल होंगे जिसके तहत पूर्वानुमान जारी करने के दौरान अलग अलग मापदंडों को महत्व दिया जाएगा।
फिलहाल पूर्वानुमान मानसून मिश कपल्ड फोरकास्टिंग सिस्टम और स्टेटिक्सटल इनसेम्ब फोरकास्टिंग के आधार पर किया जाता है।
महापात्रा ने कहा, ‘‘ हम मानसून के चार महीनों के लिए मासिक पूर्वानुमान भी जारी करने का प्रयास करेंगे।’’
आधिकारिक रूप से जून से सितंबर देश में वर्षा के महीने हैं।
फिलहाल विभाग जून के लिए पूर्वानुमान जारी नहीं करता है। लेकिन वह हर दो सप्ताह के लिए पूर्वानुमान जारी करता है।
देश के कई हिस्सों में जून बुवाई का महीने होने के नाते विभाग जून और अन्य तीन महीनों के लिए पूर्वानुमान जारी करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
पिछले साल विभाग ने सामान्य बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया था लेकिन देश में सामान्य से अधिक वर्षा हुई थी।
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