कोच्चि (केरल), नौ अगस्त इदमलयार बांध को अतिरिक्त 50 घन मीटर प्रतिसेकंड (क्यूमेक्स) पानी छोड़ने के लिए मंगलवार को खोले जाने के मद्देनजर एरणाकुलम जिला प्रशासन ने पेरियार नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है।
चेरुथोनी और मुल्लापेरियार बांध के द्वार पहले से ही खुले हैं, जिन्हें आज थोड़ा और खोल दिया गया क्योंकि उनमें आने वाले पानी की मात्रा बढ़ गई है।
मुल्लापेरियार बांध में पानी की मात्रा 139.6 फुट पर पहुंच गई है और उसके 10 दरवाजों को 90-90 सेंटीमीटर तक खोला गया है, जबकि तीन को 30 सेंटीमीटर तक खोला गया है ताकि 2,216 क्यूसेक पानी छोड़ा जा सके। इस बांध का प्रबंधन तमिलनाडु सरकार द्वारा किया जाता है।
इस बीच, इडुक्की जलाशय में पानी की मत्रा 2,387 फुट पर है और चेरुथोनी बांध के तीन द्वार 120 सेंटीमीटर, जबकि दो 40 सेंटीमीटर तक खोले गए हैं।
इडुक्की बांध में पानी की मात्रा 2382.53 फुट तक पहुंचने पर ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया था। इसमें 2,403 फुट तक पानी आने की ही क्षमता है।
इडुक्की जलाशय में आर्क बांध और चेरुथोनी बांध हैं। चेरुथोनी बांध के द्वार 26 साल में पहली बार 2018 में खोले गए थे, जब राज्य में एक सदी की सबसे भयानक बाढ़ आई थी।
जिले के अधिकारियों ने बताया कि पेरियार नदी में पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है, जहां इन बांधों से पानी जाता है।
उन्होंने बताया कि अभी पानी का स्तर 2.335 मीटर है। इसके 2.50 मीटर पर पहुंचने पर बाढ़ संबंधी चेतावनी जारी की जाएगी।
जिला अधिकारियों ने कहा कि जल स्तर 3.76 मीटर पर पहुंचने पर खतरे के निशान को पार कर जाएगा। नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
वायनाड में बाणासुर सागर बांध के दो द्वारा 10 सेंटीमीटर तक खोले गए हैं। वहां पानी की मात्रा 774.35 मीटर पर पहुंच गई है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य भर में बड़े बांध खोले जाने के मद्देनजर नदियों में जल स्तर बढ़ने की आशंका के बीच सोमवार को लोगों से सतर्क रहने को कहा था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)