देश की खबरें | हिमंत ने उल्फा (आई) प्रमुख को युवाओं का भविष्य खतरे में डालने वाली गतिविधियों से बचने को कहा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को प्रतिबंधित उल्फा (आई) के प्रमुख परेश बरुआ से कहा कि वह ऐसी किसी गतिविधि में शामिल न हो जिससे युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ जाए, क्योंकि राज्य आगामी 10 साल में एक ‘पावरहाउस’ (शक्ति का केंद्र) बनने की ओर अग्रसर है।

गुवाहाटी, 14 सितंबर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को प्रतिबंधित उल्फा (आई) के प्रमुख परेश बरुआ से कहा कि वह ऐसी किसी गतिविधि में शामिल न हो जिससे युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ जाए, क्योंकि राज्य आगामी 10 साल में एक ‘पावरहाउस’ (शक्ति का केंद्र) बनने की ओर अग्रसर है।

शर्मा ने यहां ‘द असम ट्रिब्यून डायलॉग 2024’ में कहा कि 15 अगस्त को राज्य भर में बम लगाना ‘‘गहरी चिंता का विषय है जो राज्य में जारी प्रगति और विकास को प्रभावित कर सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम दृढ़तापूर्वक और संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। मुझे यकीन है कि अगर राज्य शांतिपूर्ण रहा, आर्थिक व्यवस्था एक समान रही और युवाओं में सहयोग तथा उत्साह रहा, तो हम अगले 10 साल में भारत के परिदृश्य में एक ‘पावरहाउस’ बन जाएंगे।’’

शर्मा ने कहा कि राज्यभर में विस्फोटकों के लगाए जाने के संबंध में गहरी चिंता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मंच पर उल्फा (आई) प्रमुख से आग्रह करता हूं कि वह ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल न हो जो राज्य के युवाओं के भविष्य को खतरे में डाल दे।’’

प्रतिबंधित संगठन उल्फा (आई) ने स्वतंत्रता दिवस पर असम में सिलसिलेवार विस्फोट करने के लिए 24 स्थानों पर बम लगाने का दावा किया था जिसके बाद पुलिस ने गुवाहाटी में दो स्थानों सहित कम से कम आठ स्थानों से ‘बम जैसे पदार्थ’ बरामद किए थे।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में संघर्ष और विचारों का टकराव होता रहेगा, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि असम सुरक्षित और शांतिपूर्ण बना रहे।’’

उन्होंने कहा कि मतभेद हो सकते हैं लेकिन इन्हें बातचीत और कई अन्य तरीकों से सुलझाया जा सकता है, लेकिन ‘‘अपनी मातृभूमि में आतंक पैदा करके’’ नहीं।

शर्मा ने कहा, ‘‘हमें सबसे पहले अपनी मातृभूमि को सुरक्षित करना होगा, तभी हम किसी समस्या का समाधान ढूंढ़ सकते हैं। यदि संकट के समाधान की आड़ में और अधिक समस्याएं पैदा की जाती हैं तो कोई राज्य समृद्ध नहीं हो सकता।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि गैर-असमिया समुदायों के खिलाफ कुछ संगठनों के हालिया हमले से राज्य के बाहर गलत संकेत गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह समझना चाहिए कि कई महत्वाकांक्षी और प्रतिभाशाली असमिया युवा अपनी आजीविका कमाने के लिए राज्य से बाहर रहते हैं। मैं उन्हें ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं क्योंकि देश हमारा है और हम हर जगह जा सकते हैं।’’

शर्मा ने कहा, ‘‘अगर असम यहां गैर-असमिया लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ता है, तो राज्य के बाहर रहने वाले असमिया लोगों के खिलाफ भी ऐसा ही हो सकता है। फिर हमारे युवा कहां जाएंगे?’’

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