Himachal Pradesh: भाजपा विधायकों ने बागवानी करने वाले किसानों से किये गये वादों को पूरा करने की मांग की
हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बागवानी करने वाले किसानों से किये गये वादों को पूरा करने की मांग करते हुए सेब की पेटियां लेकर शनिवार को विधानसभा परिसर में पहुंचे.
धर्मशाला, 23 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बागवानी करने वाले किसानों से किये गये वादों को पूरा करने की मांग करते हुए सेब की पेटियां लेकर शनिवार को विधानसभा परिसर में पहुंचे. राज्य विधानसभा चुनाव से पहले किये गये 10 गारंटी से जुड़े वादों को कथित रूप से पूरा नहीं किये जाने को लेकर भाजपा विधायक राज्य सरकार के खिलाफ अपना विरोध जारी रखे हुए हैं. विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर की अगुवाई में भाजपा विधायकों ने यहां तपोवन में सत्र के पाचवें दिन की कार्यवाही की शुरुआत से पहले विधानसभा परिसर में नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने वादा किया था कि बागवानी करने वाले किसानों को उनकी ऊपज का निश्चित दाम मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
ठाकुर ने फिर कहा कि कांग्रेस ने झूठे वादे कर लोगों को ‘गुमराह’ किया एवं उन्हें ‘ठगा’ लेकिन भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस को अपनी गारंटी को भूलने नहीं देगी. भाजपा विधायक पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के पहले दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शनिवार को इस सत्र का समापन हो जाएगा. मंगलवार को भाजपा विधायकों ने तहबंद पहनकर प्रदर्शन किया था और इन तहबंद पर कांग्रेस की ‘अधूरी’ गारंटियों का जिक्र था. विधायकों ने सरकार-विरोधी नारे भी लगाये थे. भाजपा विधायक कांग्रेस पर वादे के मुताबिक दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गाय का गोबर खरीदने के वास्ते दबाव बनाने के लिए अपने सिर पर गाय के गोबर की टोकरी लेकर बुधवार को विधानसभा परिसर में पहुंचे थे. यह भी पढ़ें : सरकार हिजाब पर पाबंदी हटाने पर अभी विचार कर रही है: कर्नाटक के मुख्यमंत्री
भाजपा विधायक बृहस्पतिवार को ‘ग्वाला’ की भूमिका में दिखे और हाथों में खाली बर्तन लेकर प्रदर्शन किया था, वे सरकार को किसानों से 80-100 रुपये प्रति लीटर की दर से दूध खरीदने के वादे की याद दिला रहे थे. बेरोजगार युवाओं की ‘पीड़ा’ को सामने रखने के लिए बृहस्पतिवार को उन्होंने सांकेतिक विरोध के तौर पर डिग्रियां (असली नहीं) फाड़ीं और उन्हें जलाया. चुनाव से पहले कांग्रेस ने युवाओं से हर साल एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था.