देश की खबरें | तेलंगाना में भारी वर्षा, पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में उमस ने किया बेहाल
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को भारी वर्षा हुई जबकि पूर्वी क्षेत्र में उमस भरा मौसम रहा। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों में देश के पूर्वी एवं मध्य हिस्सों में व्यापक वर्षा का अनुमान लगाया है।
नयी दिल्ली, 22 जुलाई तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को भारी वर्षा हुई जबकि पूर्वी क्षेत्र में उमस भरा मौसम रहा। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों में देश के पूर्वी एवं मध्य हिस्सों में व्यापक वर्षा का अनुमान लगाया है।
महाराष्ट्र के रत्नागिरि में भूस्खलन के कारण दो व्यक्तियों की जान चली गयी। शहर में भारी वर्षा के बाद पानी भर गया। आईएमडी ने केरल के एर्नाकुलम, इडुक्की, कोझिकोड और वायनाड में शुक्रवार को भारी वर्षा होने का अनुमान व्यक्त करते हुए वहां के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम कार्यालय ने कहा, ‘‘ उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके अगले दो-तीन दिनों तक मानसून के साथ पश्चिम-पश्चिमोत्तर दिशा में बढ़ने की संभावना है। उसके प्रभाव से 22-24 जुलाई के बीच पूर्वी और समीपवर्ती मध्य भारत में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।’’
राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को बादल छाया रहा और अधिकतम तामपान 34 डिग्री सेल्सिसय दर्ज किया गया जो सामान्य से कम है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को दिल्ली में हल्की वर्षा हो सकती है। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 85 प्रतिशत रहा।
इस बीच, दिल्ली की वायु गुणवत्ता शाम को संतोषजनक श्रेण्री में रही। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, रात आठ बजकर 40 मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 74 रहा।
एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।
दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तथा न्यूनतम तापमन क्रमश: 34.7 डिग्री सेल्सियस और 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
इस बीच, तेलंगाना के कई हिस्सों में भारी वर्षा के बाद सामान्य जनजीवन पटरी से उतर गया। सरकार राहत कार्य में जुट गयी।
सूत्रों के अनुसार निर्मल जिले में नरसापुर (जी) और कई अन्य स्थानों पर बहुत अधिक वर्षा (करीब 227.5 मिलीमीटर) हुई जबकि निर्मल, निजामाबाद, आदिलाबाद जिलों में बुधवार सुबह से बृहस्पतिवार सुबह तक भारी वर्षा हुई। वृहद हैदराबाद नगर निगम क्षेत्र में 17.7 मिलीमीटर वर्षा हुई। राज्य में नदी-नाले एवं जलाशय उफान पर हैं एवं निचले क्षेत्र पानी में डूब गये हैं।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से युद्धस्तर पर एहतियात बरतने का निर्देश दिया क्योंकि श्री राम सागर परियोजना के ऊपरी क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद गोदावरी नदी के तटबंध क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ रहा है। उन्होंने मंत्रियों एवं विधायकों से अपने जिलों में डेरा डालने का भी निर्देश दिया। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने 16 वर्षा प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ टेलीकांफ्रेंस कर स्थिति का जायजा लिया।
केरल में मौसम विभाग ने मछुआरों को 26 जुलाई तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी और पश्चिमी भाग के कुछ जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान भरतपुर के डीग में 9 सेंटीमीटर, अलवर के तिजारा, श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर, चूरू के सादुलपुर, और जैसलमेर में 5-5 सेंटीमीटर, अलवर के कोटकासिम, भरतपुर के कुम्हेर, जैसलमेर तहसील में 4-4 सेंटीमीटर और अन्य कुछ स्थानों पर तीन सेंटीमीटर से एक सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।
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