उत्तराखंड और हिमाचल में ‘डॉप्लर वेदर रडार’ का हुआ उद्घाटन, वेदर फोरकास्ट की मिल सकेगी सही जानकारी

पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ‘डॉप्लर वेदर रडार’ का उद्घाटन किया जिनसे पहाड़ी राज्यों और चार धाम तथा कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के लिए मौसम के पूर्वानुमान की सही जानकारी मिल सकेगी.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ‘डॉप्लर वेदर रडार’ का उद्घाटन किया जिनसे पहाड़ी राज्यों और चार धाम तथा कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के लिए मौसम के पूर्वानुमान की सही जानकारी मिल सकेगी. हर्षवर्धन ने इसरो के सहयोग से भारत मौसम विज्ञान विभाग में स्थापित मौसम संबंधी डाटा प्राप्त करने और प्रसंस्करण संबंधी बहु-मिशन प्रणाली का भी उद्घाटन किया.

इस प्रणाली का उपयोग रक्षा सेवाओं, आपदा प्रबंधन, बिजली क्षेत्र, विमानन, रेलवे, पर्यटन और कृषि-मौसम संबंधी सलाहकार सेवाओं के लिए मौसम की गंभीर स्थितियों की निगरानी और पूर्वानुमान के लिए किया जाएगा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 146वें स्थापना दिवस के मौके पर हर्षवर्धन ने कहा कि देश ब्रिटेन, अमेरिका और जापान के बाद अपनी संगणन (कंप्यूटिंग) क्षमता में चौथे स्थान पर है.

डिजिटल तरीके से हुए इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे.

हर्षवर्धन ने कहा कि आईएमडी ने विभिन्न स्थानों पर चरणबद्ध तरीके से अत्याधुनिक ‘डॉप्लर वेदर रडार’ की स्थापना कर मध्य और पश्चिमी हिमालय में अपने अवलोकन नेटवर्क का आधुनिकीकरण किया है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह रडार मौसमविदों को खराब मौसम की जानकारी प्रदान करेगा और इस प्रकार उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश राज्यों में जनता के कल्याण और सुरक्षा के लिए आईएमडी द्वारा प्रदान की जा रही सेवा में सुधार होगा.’’

मंत्री ने कहा, ‘‘यह आपदा प्रबंधन के काम में लगे लोगों और कैलाश मानसरोवर तथा चार धाम की तीर्थयात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को भी बहुमूल्य सहायता प्रदान करेगा.’’

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