अभी यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमलावर इस्लामी आतंकवादी संगठन, हमास के इशारों पर काम कर रहा था या इस कार्रवाई को उसने अकेले अपने दम पर अंजाम दिया। गाजा पट्टी को नियंत्रित करने वाले हमास ने मई में 11 दिन तक चले युद्ध के बाद से बड़े पैमाने पर इज़राइल के साथ संघर्ष को विराम दिया हुआ है और साथ ही ओल्ड सिटी में हमले भी कम हुई हैं।
पुलिस ने बताया कि हमला एक विवादित धार्मिक स्थल के प्रवेश द्वार के पास हुआ, जिसे यहूदी टेम्पल माउंट और मुसलमान नोबेल सैंक्चुअरी कहते हैं।
इज़राइल के अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण अफ्रीकी प्रवासी इलियाहू (26) की गोलीबारी में मौत हो गई। वह यहूदियों के धार्मिक स्थल ‘वेस्टर्न वॉल’ पर काम करता था। घायल हुए चार लोगों में से एक की हालत गंभीर है।
पुलिस ने हमलावर की पहचान 42 वर्षीय फलस्तीनी के तौर पर की है, जो पूर्वी यूरुशलम से था। फलस्तीनी मीडिया ने हमलावर की पहचान फ़दी अबू शख़ैदेम के तौर पर की है, जो नजदीकी उच्च विद्यालय में एक शिक्षक था।
गाजा में, हमास ने इस हमले की सराहना की और इसे एक ‘‘बहादुरी का काम’’ बताया। उसने कहा कि अबू शख़ैदेम उसका एक सदस्य था, हालांकि संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली।
प्रतिद्वंद्वी फतह समूह से 2007 में गाजा का नियंत्रण लेने के बाद से हमास ने इज़राइल के खिलाफ चार युद्ध लड़े हैं।
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