चेन्नई, 17 अक्टूबर महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद का मानना है कि युवा भारतीय खिलाड़ी सही राह पर हैं और अपने कौशल से नियमित रूप से सुर्खियां बटोर रहे हैं।
किशोर ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा, डी गुकेश और अर्जुन एरिगेसी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने 2022 में शानदार प्रदर्शन किया है और वे विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हरा चुके हैं।
एमचेस शतरंज रेपिड ऑनलाइन टूर्नामेंट के शुरुआती चरण में गुकेश की 29 चाल में नॉर्वे के सुपरस्टार कार्लसन पर जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने कहा कि यह दर्शाता है कि वह और एरिगेसी जैसे खिलाड़ी काफी मजबूत हैं और दुनिया के किसी भी खिलाड़ी को चुनौती दे सकते हैं।
आनंद ने सोमवार को पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह दर्शाता है कि अर्जुन और गुकेश बेहद मजबूत खिलाड़ी हैं जो किसी भी खिलाड़ी को कड़ी चुनौती दे सकते हैं। यह अच्छा है कि उन्हें नियमित तौर पर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिल रहा है क्योंकि इसी तरह आप सुधार कर सकते हो।’’
गुकेश से एक दिन पहले एरिगेसी ने भी दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन को हराया था।
आनंद ने गुकेश की सराहना करते हुए कहा कि वह हमेशा निडर होकर खेलता है और कभी अपनी चाल चलने से पीछे नहीं हटता।
उन्होंने कहा, ‘‘गुकेश ने बाजी जीती और गंवाई भी लेकिन वह क्वालीफाई करने की दौड़ में बना हुआ है। यह करीबी मुकाबला था। गुकेश हमेशा की तरह निडर होकर खेला।’’
आनंद ने कहा, ‘‘वह काफी खराब खेला लेकिन मैग्नस ने एक गलती की और गुकेश ने इसका पूरा फायदा उठाया। मेरा गुकेश के साथ खेलने का निजी अनुभव है। कई बार में एक गलती करता और वह इसका पूरा फायदा उठाता। वह काफी सतर्क रहता है। मैग्नस में भी यह कौशल है और यह अच्छा है कि गुकेश ने इस कौशल को दिखाया। यह दर्शाता है कि वे (गुकेश और एरिगेसी) सही राह पर हैं।’’
गुकेश 2019 में 12 साल सात महीने और 17 दिन की उम्र में भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने थे। वह इस साल शानदार फॉर्म में हैं और जुलाई-अगस्त में यहां के समीप मामल्लापुरम में शतरंज ओलंपियाड में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से प्रभावित किया। भारत दो के लिए शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने ओपन वर्ग में कांस्य पदक जीता।
ऐसा लगता है कि वह अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं और कार्लसन पर जीत बड़ी चीजों की शुरुआत हो सकती है। गुकेश ने नॉर्वे के खिलाड़ी को पहली बार हराया है।
गुकेश ने कार्लसन को ऑनलाइन बाजी में हराया और यह पूछने पर कि क्या दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी को आमने सामने की बाजी में हराना मुश्किल होगा, गुकेश ने कहा, ‘‘ऑनलाइन और क्लासिकल दो अलग-अलग प्रारूप हैं और इनमें अलग-अलग कौशल की आवश्यकता होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैग्नस के कौशल को देखते हुए, ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, उसके खिलाफ खेलना मुश्किल होता है। दोनों प्रारूपों के लिए अलग-अलग कौशल की आवश्यकता होती है और मेरा मानना है कि क्लासिकल प्रारूप में उसके खिलाफ खेलना मजेदार मुकाबला होगा।’’
इस बीच पूर्व महिला विश्व चैंपियन सुसान पोलगर ने गुकेश के खिलाफ कार्लसन की हार के बाद एक ट्वीट में लिखा, ‘‘ तीनों किशोर डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी और आर प्रज्ञानानंदा ने अब विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हरा दिया है। जल्द ही भारत से एक और क्लासिकल विश्व चैंपियन मिलेगा।’’
इंटरनेशनल मास्टर और प्रख्यात कोच वी सरवनन ने कार्लसन पर जीत के लिए गुकेश की सराहना की और कहा कि युवा खिलाड़ी (गुकेश, एरिगेसी और प्रज्ञानानंदा) बहुत तेजी से सुधार कर रहे हैं और इस तरह के प्रदर्शन से वे कड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए तैयार होंगे।
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