देश की खबरें | आईपीएस अधिकारी पांडियन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे गुजरात कांग्रेस और दलित संगठन: मेवाणी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. गुजरात में कांग्रेस और दलित संगठनों के कार्यकर्ता पार्टी विधायक जिग्नेश मेवाणी के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी राजकुमार पांडियन के खिलाफ 23 अक्टूबर को प्रदर्शन करेंगे।
अहमदाबाद, 21 अक्टूबर गुजरात में कांग्रेस और दलित संगठनों के कार्यकर्ता पार्टी विधायक जिग्नेश मेवाणी के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी राजकुमार पांडियन के खिलाफ 23 अक्टूबर को प्रदर्शन करेंगे।
वडगाम से विधायक मेवाणी ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 500 से 700 दलित युवा गांधीनगर में डीजी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘23 अक्टूबर को, कांग्रेस विधायक और 500-700 दलित युवक आईपीएस अधिकारी पांडियन से सवाल पूछने के लिए डीजी कार्यालय जाएंगे। कांग्रेस और गुजरात के दलित संगठन एक कार्यक्रम आयोजित करेंगे और न केवल पांडियन के निलंबन, बल्कि बर्खास्तगी के लिए दबाव डालेंगे।’’
पिछले हफ्ते, मेवाणी ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि राज्य एससी/एसटी प्रकोष्ठ के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) पांडियन ने गांधीनगर में उनका अपमान किया था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी के शासन के दौरान दलितों को कृषि के लिए आवंटित लगभग 3,000 एकड़ भूमि पर अवैध अतिक्रमण के मुद्दे पर जब वह पांडियन से मिले तो उनके साथ उनकी कहासुनी हो गई।
उन्होंने कहा, ‘‘हम दलितों को खासकर कच्छ और सुरेंद्रनगर जिलों के गांवों में आवंटित भूमि पर अतिक्रमण के बारे में दलित समुदाय को प्रभावित करने वाले मुद्दों को रखने के लिए पांडियन से मिलने गए थे।’’
मेवाणी ने दावा किया कि उनका पक्ष सुनने के बजाय पांडियन ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मेवाणी के अनुसार, वह राज्य कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष हितेंद्र पिथाडिया के साथ पांडियन से बात करने गए थे।
उन्होंने दावा किया कि अधिकारी के चैंबर में प्रवेश करते ही उन्होंने कथित तौर पर उनसे अपने मोबाइल फोन बाहर रखने के लिए कहा।
इस फरमान से नाखुश मेवाणी ने जानना चाहा कि किस नियम या कानून के तहत पांडियन उनसे उनके मोबाइल फोन चैंबर के बाहर रखने के लिए कह रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में विधायक ने दावा किया कि आईपीएस अधिकारी कथित रूप से उत्तेजित हो गए और उन्होंने अपने स्टाफ से मोबाइल फोन ले जाने को कहा और आरोप लगाया कि वे (मेवाणी और पिथाडिया) अपने फोन से बातचीत रिकॉर्ड कर रहे होंगे।
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