इस्लामाबाद, 15 अक्टूबर विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को यहां एक दूसरे का अभिवादन किया। जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज इस्लामाबाद पहुंचे।
शरीफ ने एससीओ के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के सम्मान में अपने आवास पर रात्रिभोज दिया था और इसी दौरान शरीफ और जयशंकर ने एक दूसरे का अभिवादन किया। जयशंकर और शरीफ ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और बहुत ही संक्षिप्त बातचीत की।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एससीओ के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडलों के नेताओं का अभिवादन किया।
पाकिस्तान कड़ी सुरक्षा के बीच एससीओ बैठक की मेजबानी कर रहा है। मुख्य सम्मेलन बुधवार को होगा।
समझा जाता है कि जयशंकर ने स्वागत समारोह में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के साथ भी बातचीत की।
जयशंकर का विमान स्थानीय समयानुसार अपराह्न करीब 3.30 बजे पाकिस्तान की राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित नूर खान हवाई अड्डे पर उतरा और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
पिछले करीब नौ साल में पहली बार भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे के अलावा पाकिस्तान से सीमापार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं।
विदेश मंत्री बुधवार को एससीओ के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एससीओ के शासन प्रमुखों की परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद पहुंचा हूं।’’
जयशंकर ने हवाई अड्डे पर फूल देकर उनका स्वागत करते कुछ बच्चों और अधिकारियों की तस्वीरें साझा कीं।
इससे पहले विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। वह आठ-नौ दिसंबर 2015 में अफगानिस्तान पर ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद की यात्रा पर आयी थीं।
उस समय जयशंकर भारत के विदेश सचिव के नाते सुषमा स्वराज के शिष्टमंडल का हिस्सा थे। सुषमा स्वराज ने उस यात्रा में तत्कालीन पाक विदेश मंत्री सरताज अजीज से बातचीत की थी।
सुषमा स्वराज और अजीज की वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया जिसमें दोनों पक्षों ने समग्र द्विपक्षीय संवाद शुरू करने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
सुषमा की यात्रा से कुछ दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काबुल से भारत लौटते समय लाहौर की 150 मिनट की औचक यात्रा की। मोदी ने अपने तत्कालीन समकक्ष नवाज शरीफ के पैतृक आवास का दौरा किया और शांति के तरीकों पर चर्चा की।
हालांकि, पाकिस्तान की धरती से आतंकवादियों के भारत पर हमलों ने संबंधों को नुकसान पहुंचाया।
जयशंकर के पाकिस्तान के लिए रवाना होने से पहले भारत ने मंगलवार को कहा कि वह एससीओ की विभिन्न प्रणालियों में सक्रियता से शामिल है।
पाकिस्तान 15 और 16 अक्टूबर को एससीओ के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) के दो दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘एससीओ सीएचजी की बैठक सालाना होती है और इसमें संगठन के व्यापार तथा आर्थिक एजेंडा पर ध्यान दिया जाता है।’’
उसने कहा, ‘‘सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारत एससीओ की रूपरेखा के तहत अनेक प्रणालियों एवं पहल समेत इसके प्रारूप में सक्रियता से शामिल है।’’
पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा में एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए मई 2023 में भारत आए थे। यह लगभग 12 वर्षों में पाकिस्तानी विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा थी।
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