Amritsar Blast: स्वर्ण मंदिर के पास विस्फोट मामले में पांच गिरफ्तार, पुलिस ‘गहरी साजिश’ की जांच करेगी- डीजीपी
Amritsar Blast (Photo Credit: ANI)

अमृतसर, 11 मई: पंजाब पुलिस ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास कम तीव्रता के एक विस्फोट के बाद बृहस्पतिवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा है कि वे एक हफ्ते के अंदर हुए इसी तरह के दो विस्फोट में भी शामिल थे. पुलिस ने आरोपियों की मंशा के बारे में जानकारी नहीं दी लेकिन कहा कि वे “गहरी साजिश’ की अच्छी तरह से जांच करेंगे और गिरफ्तार लोगों के भारत और विदेश में संभावित संबंधों की भी पड़ताल करेंगे. यह भी पढ़ें: Amritsar Blast: अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास एक और कम तीव्रता का धमाका, तीन लोग गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि ताजा विस्फोट बुधवार आधी रात को स्वर्ण मंदिर के पास गुरु रामदास जी निवास (सराय) इमारत के पीछे हुआ. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस इस बात की जांच करेगी कि विस्फोट ‘‘स्व-कट्टरपंथी मॉड्यूल’’ का काम था या यह किसी के निर्देश पर किया गया था.

उन्होंने कहा कि मामले की तहकीकात करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा. डीजीपी ने कहा, "हम इसके पीछे की गहरी साजिश की जांच करेंगे। हम गिरफ्तार किए गए लोगों के भारत और विदेश में सभी सहयोगियों की जांच करेंगे और इसकी तह तक जाएंगे."

आरोपियों की पहचान आजादवीर सिंह, अमरीक सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धर्मिंदर सिंह के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि आजादवीर और अमरीक मुख्य आरोपी हैं जबकि साहिब, हरजीत और धर्मिंदर ने विस्फोटक की आपूर्ति की थी. पुलिस प्रमुख ने कहा कि अमरीक की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है और उसकी भूमिका की भी तफ्तीश की जाएगी.

पुलिस ने कहा कि स्वर्ण मंदिर के पास कल देर रात हुआ विस्फोट इस पवित्र शहर में इस हफ्ते हुई तीसरी ऐसी घटना थी. गौरतलब है कि छह मई को यहां स्वर्ण मंदिर के समीप ‘हेरिटेज स्ट्रीट’ के पास कम तीव्रता का धमाका हुआ था. इसके करीब 30 घंटे बाद इलाके में एक और विस्फोट की आवाज सुनाई दी.

यादव ने कहा कि पुलिस ने कम तीव्रता का 1.10 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है जिसका इस्तेमाल आम तौर पर पटाखे बनाने में किया जाता है. अधिक जानकारी साझा करते हुए यादव ने बताया कि छह मई को सराय के बाथरूम में ‘आईईडी’ तैयार किया गया और शीतलपेय के दो केन में 200 ग्राम विस्फोटक भरा गया। धातु के टिफिन बॉक्स में भी यही विस्फोटक सामग्री भरी गई.

यादव ने कहा, “तीनों डिब्बों को पॉलिथिन की एक थैली में रखा गया. छह मई को रात 11 बजे आजादवीर हैरिटेज पार्किंग इमारत की छत पर गया और रस्सी की मदद से पॉलिथिन की थैली को लटका दिया। पहला विस्फोट रात 11.25 बजे हुआ.” दूसरा ‘आईईडी’ धातु के दो कटोरों का इस्तेमाल कर इकट्ठा किया गया और उन्हें सात मई को सराय के बाथरूम में एक साथ जोड़ा गया.

डीजीपी ने कहा कि इसे आठ मई को सुबह साढ़े चार बजे ‘हैरिटेज पार्किंग’ इमारत की छत पर रखा गया और सुबह सवा छह बजे इसमें विस्फोट हुआ. तीसरा विस्फोट इमारत के पीछे सुनसान इलाके में हुआ. यादव ने आरोपियों को पकड़ने में मदद करने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का आभार जताया.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)