जरुरी जानकारी | फरवरी में लगातार तीसरे महीने निर्यात घटा, व्यापार घाटा कम होकर 17.43 अरब डॉलर पर

नयी दिल्ली, 15 मार्च वैश्विक मांग में नरमी के कारण देश का निर्यात फरवरी में 8.8 प्रतिशत घटकर 33.88 अरब डॉलर रह गया, जो पिछले साल इसी महीने में 37.15 अरब डॉलर था।

हालांकि, फरवरी में देश का व्यापार घाटा कम होकर 17.43 अरब डॉलर रहा।

वाणिज्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। देश के निर्यात में लगातार तीसरे महीने गिरावट हुई है।

समीक्षाधीन अवधि में आयात भी 8.21 प्रतिशत घटकर 51.31 अरब डॉलर रह गया, जो पिछले साल इसी महीने में 55.9 अरब डॉलर था।

चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-फरवरी के दौरान देश का कुल वस्तु निर्यात 7.5 प्रतिशत बढ़कर 405.94 अरब डॉलर रहा। इस दौरान आयात 18.82 प्रतिशत बढ़कर 653.47 अरब डॉलर हो गया।

दिसंबर 2022 में देश का निर्यात सालाना आधार पर 6.58 प्रतिशत घटकर 32.91 अरब डॉलर रह गया था। फरवरी 2022 में व्यापार घाटा 18.75 अरब डॉलर था। जनवरी 2022 में व्यापार घाटा 17.42 अरब डॉलर को छू गया था।

वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि अभी तक के रुझानों को देखते हुए भारत का माल एवं सेवा निर्यात 2022-23 में 750 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।

बर्थवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''हमने विपरीत वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद गति बनाए रखी है। निर्यातकों ने गति बनाए रखी है। सेवा निर्यात का प्रदर्शन बहुत अच्छा है। व्यापार घाटा वास्तव में कम हुआ है। उम्मीद है कि हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे।''

उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने अगले वित्त वर्ष के लिए लक्ष्य तय करने की कवायद शुरू कर दी है।

चालू वित्त वर्ष के 11 महीनों के दौरान निर्यात के लिहाज से नकारात्मक वृद्धि दर्ज करने वाले क्षेत्रों में इंजीनियरिंग सामान, रत्न और आभूषण, सूती धागे/ कपड़े और प्लास्टिक शामिल हैं।

अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान इंजीनियरिंग निर्यात घटकर 98.86 अरब डॉलर रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 101.15 अरब डॉलर था। रत्न और आभूषण निर्यात अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान घटकर 35.21 अरब डॉलर रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 35.32 अरब डॉलर था।

सकारात्मक वृद्धि दर्ज करने वाले क्षेत्रों में पेट्रोलियम उत्पाद, रसायन, औषधि, इलेक्ट्रॉनिक सामान, चावल और तैयार वस्त्र शामिल हैं।

चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-फरवरी के दौरान सोने का आयात घटकर 31.72 अरब डॉलर रह गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 45.12 अरब डॉलर था।

चालू वित्त वर्ष के 11 महीनों में कच्चे तेल का आयात बढ़कर 193.47 अरब डॉलर हो गया, जो 2021-22 की समान अवधि में 140.67 अरब डॉलर था।

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