देश की खबरें | इंजीनियरिंग ऑनलाइन परीक्षा मुद्दा: जूटा ने वीसी से सभी संकायों के लिए समान नियम का पालन करने को कहा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. यादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने कुलपति प्रोफेसर सुरंजन दास से यूजीसी के दिशा-निर्देशों का पालन करने और परीक्षा आयोजित करते समय सभी संकायों के लिए समान नियम का पालन करने का आग्रह किया है।
कोलकाता, 24 मई यादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने कुलपति प्रोफेसर सुरंजन दास से यूजीसी के दिशा-निर्देशों का पालन करने और परीक्षा आयोजित करते समय सभी संकायों के लिए समान नियम का पालन करने का आग्रह किया है।
संघ फैकल्टी काउंसिल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एफईटी) के फैसले का जिक्र कर रहा था, जो इस सप्ताह ऑनलाइन मोड पर शुरू होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए उत्तर पुस्तिकाएं जमा करने के लिए इंजीनियरिंग छात्रों को आवंटित समय के संबंध में है। इस फैसले को रविवार को मेल किया गया।
वीसी को लिखे एक पत्र में जूटा ने कहा कि एफईटी ने उत्तर पुस्तिका जमा करने के समय के संबंध में असमान और स्पष्ट रूप से विरोधाभासी निर्णय लिए हैं।
इंजीनियरिंग संकाय में आगामी परीक्षाओं के लिए, हाल ही में संकाय परिषद की बैठक में पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है कि परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिकाओं को अपलोड करने सहित परीक्षा प्रक्रिया को पूरा करने के लिए न्यूनतम 12 घंटे का समय दिया जाएगा।
जूटा ने कहा कि छात्रों को तीन घंटे का समय देने के लिए 13 मई को संकाय परिषद की बैठक में लिया गया निर्णय विश्वविद्यालय के अधिनियमों और कानूनों के प्रावधानों के अनुसार मान्य है।
शिक्षक संघ ने कहा कि 18 मई को हुई बैठक में अपलोड करने के लिए 12 घंटे निर्धारित करने का प्रस्ताव स्पष्ट रूप से अधिनियम का उल्लंघन करता है।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा, "70 अंकों की सेमेस्टर परीक्षा की कुल अवधि तीन घंटे की होगी, जैसा कि प्रवेश पत्र और प्रश्न पत्र में निर्दिष्ट है, पूरी प्रक्रिया का वास्तविक समय 12 घंटे का होगा, जैसा कि प्रस्ताव में बताया गया है।"
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