देश की खबरें | छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 10 नक्सलियों के शव बरामद

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सुकमा, 22 नवंबर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफाये के लक्ष्य की पूर्ति की दिशा में हम सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ रहे हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र के अंतर्गत भंडारपदर गांव के जंगल में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया है।

उन्होंने बताया कि जिले के दक्षिण क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर भेज्जी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एलारमड़गू, पालोड़ी और पोटकपल्ली से सुकमा जिले के जिला रिजर्व बल (डीआरजी) तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के संयुक्त दल को भंडारपदर गांव की ओर रवाना किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान आज सुबह लगभग नौ बजे भंडारपदर गांव के करीब डीआरजी के दल पर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने अब तक तीन महिला माओवादियों सहित कुल 10 वर्दीधारी नक्सलियों का शव बरामद किया है। सुरक्षाबलों ने क्षेत्र से एक इंसास राइफल, एक एके-47 राइफल, एक सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर) और बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) समेत 12 हथियार भी बरामद किए हैं।

बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि मृतकों में से दो की पहचान माओवादियों के दक्षिण बस्तर संभाग के डिविजनल कमेटी सदस्य मड़कम मासा (42) और एरिया कमेटी सदस्य लखमा माडवी के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि उन पर क्रमश: आठ लाख और पांच लाख रुपये का इनाम है।

सुंदरराज ने बताया कि चार अन्य की पहचान मासा की पत्नी दूधी हुंगी (35), मड़कम जीतू, मड़कम कोसी और मासा के गार्ड कोवासी केसा के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि चारों माओवादी पीएलजीए प्लाटून नंबर चार के सदस्य थे और उन पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था। चार अन्य नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री साय ने सुरक्षाबलों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार नक्सलवाद के प्रति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। बस्तर में शांति, विकास और प्रगति का दौर लौट आया है।

साय ने सुरक्षाबलों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया निश्चित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफाये के लक्ष्य की पूर्ति की दिशा में हम सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ रहे हैं।

सुंदरराज ने बताया कि इस घटना के साथ ही छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सुकमा समेत सात जिलों में अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक 207 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा, इसी अवधि के दौरान बस्तर क्षेत्र से 787 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है तथा 789 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इस दौरान 262 हथियार बरामद किए गए हैं।

रायपुर संभाग में आने वाले राज्य के धमतरी जिले में इस वर्ष दो नक्सलियों को मार गिराया गया है।

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