देश की खबरें | आंबेडकर, शास्त्री को भुलाने के प्रयास किए गए: बोम्मई

बेंगलुरु, 15 अगस्त भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत कर्नाटक सरकार द्वारा रविवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन में स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम शामिल नहीं किए जाने को लेकर उठे विवाद के बीच मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि बी आर आंबेडकर तथा लाल बहादुर शास्त्री जैसी हस्तियों को ‘‘भुलाने’’ के प्रयास किए गए।

देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने यहां मानेक शॉ परेड मैदान में अपने संबोधन में कहा कि देश के सभी प्रधानमंत्रियों और नेताओं ने भारत की तरक्करी में अपने अपने तरीके से योगदान दिया है और किसी को भुलाने का कोई प्रश्न ही पैदा नहीं होता।

बोम्मई ने विवाद का सीधा जिक्र किए बगैर कहा, ‘‘ प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, उनके बाद लाल बहादुर शास्त्री और कई प्रधानमंत्रियों ने देश में शासन किया और सभी ने अपनी अपनी तरह से योगदान दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय स्थापित किया है जिसमें सभी के योगदान को रेखांकित किया गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ अगर किसी प्रधानमंत्री ने देश के अन्य प्रधानमंत्रियों के योगदान को सार्वजनिक करने की दिशा में काम किया है तो वह हैं नरेंद्र मोदी। किसी को भुलाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। सभी ने अपनी अपनी तरह से योगदान दिया है। केवल प्रधानमंत्रियों ने ही योगदान नहीं दिया है, बल्कि अनेक दिग्गजों ने भी योगदान दिया है।’’

मुख्यमंत्री ने आंबेडकर और उनके नेतृत्व में बनाए गए संविधान के महत्व का जिक्र करते हुए कहा,‘‘उन्हें भुलाने के प्रयास हुए। क्या हमें लाल बहादुर शास्त्री को भूल जाना चाहिए, जिन्होंने ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया था या फिर अब्दुल गफ्फार खान को भूल जाना चाहिए? अनेक लोगों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में बलिदान दिए। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’’

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत कर्नाटक सरकार द्वारा रविवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन में स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को शामिल नहीं किए जाने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई।

इस मामले में निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने बोम्मई पर ‘‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुलाम’’ होने का आरोप लगाया।

वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव एवं पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री के लिए भाजपा की नफरत चरम पर पहुंच गई है।

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