विदेश की खबरें | डोनाल्ड ट्रम्प और बढ़ता कुहासा अमेरिकी राजनीति को खतरे में डाल रहे हैं

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श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

बेलफास्ट, 16 जुलाई (द कन्वरसेशन) अमेरिका में हम अपने मतभेदों को मतपेटी (बैलेट) से सुलझाते हैं...गोलियों (बुलेट) से नहीं। अमेरिका को बदलने की शक्ति हमेशा लोगों के हाथों में होनी चाहिए, किसी भावी हत्यारे के हाथों में नहीं।

ऐसा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या के प्रयास के अगले दिन ओवल कार्यालय से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा।

13 जुलाई को पेन्सिलवेनिया में एक अभियान कार्यक्रम के दौरान ट्रंप की हत्या के प्रयास की घटना का सदमा अभी भी अमेरिका और दुनिया भर में महसूस किया जा रहा है। एफबीआई ने कहा कि वह हत्या के प्रयास के बाद व्यक्त की जा रही हिंसक राजनीतिक बयानबाजी के बढ़ते स्तर पर नजर बनाए हुए है।

और, बाइडेन के इस आग्रह के विपरीत कि "इस तरह की हिंसा के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है", वाशिंगटन डीसी के विल्सन सेंटर में एक अनिवासी ग्लोबल फैलो केटी स्टालार्ड का मानना ​​है कि: "डोनाल्ड ट्रम्प पर हमला चौंकाने वाला था, लेकिन यह अमेरिकी मानकों के अनुसार अभूतपूर्व नहीं था, और यह पूरी तरह से अप्रत्याशित भी नहीं था।"

ट्रम्प की हत्या का प्रयास अमेरिका में चरमपंथियों द्वारा अपने कथित विरोधियों को चुप कराने के लिए हिंसक साजिश रचने की परेशान करने वाली प्रवृत्ति का अनुसरण करता है।

चैपमैन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता प्रोफेसर पीट सिमी और नेब्रास्का विश्वविद्यालय के सीमस ह्यूजेस ने 2013 और 2023 के बीच राजनीतिक उम्मीदवारों के खिलाफ खतरों की जांच की है। उन्होंने पाया कि “पिछले 10 वर्षों में, सार्वजनिक अधिकारियों को धमकी देने के लिए 500 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। और यह सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है।”

पिछले तीन वर्षों में ही, अमेरिका ने एक अंधकारमय राजनीतिक परिदृश्य से जुड़ी हिंसा में वृद्धि देखी है, जिसमें आक्रामक और विषाक्त बयानबाजी ने इसकी राजनीति को दूषित कर दिया है।

जनवरी 2021 में कैपिटल दंगे तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक भाषण के बाद हुए थे, जहाँ उन्होंने एकत्रित भीड़ से कहा था कि नवंबर 2020 का राष्ट्रपति चुनाव "चोरी" हो गया था। इस संबोधन के बाद राष्ट्रपति के हजारों समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग तक मार्च किया।

इसके परिणामस्वरूप एक हिंसक दंगा हुआ और एक पुलिस अधिकारी सहित पांच लोगों की मौत हो गई।

अक्टूबर 2022 में, तत्कालीन हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी के पति पॉल पेलोसी पर उनके घर में धुर दक्षिणपंथी डेविड डेपेप द्वारा हथौड़े से हमला किया गया था। डेपेप की योजना पेलोसी को ढूंढना, उसे बंधक बनाना और "उसके घुटनों को तोड़ना" था। डोनाल्ड ट्रम्प ने बाद में एक रिपब्लिकन अभियान कार्यक्रम में श्री पेलोसी का मज़ाक उड़ाया था।

हाउस स्पीकर के पति पर हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पॉल पेलोसी का मजाक उड़ाया।

सितंबर 2023 में, ट्रम्प ने ज्वाइंट चीफ्स के पूर्व अध्यक्ष, मार्क मिले की आलोचना करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट से हंगामा खड़ा कर दिया। "ट्रुथ सोशल" पर पूर्व राष्ट्रपति, इस खुलासे से नाराज थे कि मिले ने 6 जनवरी 2021 के दंगों के बाद चीनी अधिकारियों के साथ फोन पर बात की थी, उन्होंने लिखा: "यह इतना घिनौना कृत्य है कि, पहले का समय होता तो इसके लिए मौत की सज़ा दी गई होती!"

बंदूकें और क्रोधित लोग

शिकागो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रॉबर्ट ए. पेप द्वारा किया गया सर्वेक्षण राजनीतिक हिंसा की उपयोगिता के प्रति कुछ अमेरिकियों की चिंताजनक स्थिति पर नई रोशनी डालता है। 2,000 से अधिक लोगों के इस सर्वेक्षण में पाया गया कि 10% उत्तरदाताओं ने बल प्रयोग को "डोनाल्ड ट्रम्प को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए उचित" बताया। यदि निष्कर्षों को पूरी आबादी पर लागू किया जाए तो यह दो करोड़ 60 लाख वयस्कों के बराबर है।

तेजी से बढ़ती खतरनाक राजनीतिक बयानबाजी और हिंसा के इस मिश्रण के भीतर अमेरिका की "बंदूक महामारी" है। एफबीआई के अनुसार, ट्रम्प अभियान रैली में हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स द्वारा इस्तेमाल किया गया हथियार, उनके पिता द्वारा खरीदी गई एआर-स्टाइल राइफल थी।

पेप के सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि 7% उत्तरदाताओं ने "डोनाल्ड ट्रम्प को राष्ट्रपति पद पर बहाल करने के लिए" बल के उपयोग का समर्थन किया। इस समूह में, जो एक करोड़ 80 लाख वयस्कों के बराबर है, लगभग 45% के पास बंदूकें हैं, 40% सोचते हैं कि कैपिटल हमले में शामिल लोग "देशभक्त" थे, जबकि 10% या तो मिलिशिया सदस्य थे या किसी ऐसे व्यक्ति को जानते थे जो मिलिशिया सदस्य था।

ट्रम्प की हत्या के प्रयास पर उनके कुछ प्रमुख कांग्रेस समर्थकों की प्रतिक्रिया लापरवाही की हद तक पहुंच गई है। ओहियो के सीनेटर जे.डी. वेंस - एक संभावित उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार - ने कहा कि हमले की जिम्मेदारी जो बाइडेन ने ली है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रपति के अभियान भाषणों ने पेंसिल्वेनिया में जो हुआ उसका "सीधे नेतृत्व" किया।

जीओपी के अन्य निर्वाचित अधिकारी बेतुकी और खतरनाक बयानबाजी से आगे बढ़ गए हैं। जॉर्जिया के कांग्रेसी माइक कोलिन्स ने एक्स पर पोस्ट किया कि "जो बाइडेन ने आदेश भेजे" और बटलर काउंटी में रिपब्लिकन जिला अटॉर्नी को बुलाया, जहां हत्या का प्रयास हुआ था, "जोसेफ आर बाइडेन के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने के लिए तुरंत आरोप दायर करें"।

जैसे-जैसे रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों पार्टियों द्वारा राजनीतिक सम्मेलनों की गर्मी शुरू हो रही है, चिंता बढ़ गई है। काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के रिसर्च फेलो जैकब वेयर ने कहा है कि ये बड़ी सभाएं "पूरे चुनाव चक्र के दौरान पार्टी के सदस्यों और नेताओं के सबसे बड़े संग्रह का दावा करती हैं और इसलिए प्रतिशोध की भावना से व्यक्तियों या समूहों को आकर्षित कर सकती हैं"।

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