भोपाल, 21 अप्रैल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि जिलों में संक्रमण की दर के आधार पर राज्य में सभी जिलाधिकारियों की रैंकिग की जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में 30 अप्रैल तक जनता कर्फ्यू का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
चौहान ने मुख्यमंत्री निवास से मंगलवार शाम को जिला कलेक्टरों को वर्चुअली संबोधित करते हुए उक्त बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में संक्रमण के मामले अधिक है, वहाँ तत्काल किल कोरोना अभियान-2 आरंभ किया जाए और गृह-पृथकवास तथा कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था बेहतर करने की कोशिश की जाए।
उन्होंने कहा कि हल्के लक्षण वाले लोगों को चिन्हित कर उनकी जाँच, आवश्यक उपचार और पृथक-वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
चौहान ने कहा, ‘‘गृह-पृथकवास की उचित व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में लोगों को कोविड केयर सेंटर में रखा जाए। इन केन्द्रों पर डॉक्टरों की विजिट, पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों, चाय, नाश्ता, भोजन आदि की उचित व्यवस्था हो ताकि लोगों का ऐसे केन्द्रों पर विश्वास बने। इन केन्द्रों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि जरुरत होने पर मरीजों को तत्काल अस्पताल ले जाया जा सके।’’
उन्होंने कहा कि संक्रमण के लक्षण वाले लोगों को सही समय पर उचित मार्गदर्शन देने के लिए जिला कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर द्वारा उपयुक्त व्यवस्था करना आवश्यक है।
चौहान ने कहा कि कुंभ से लौटने वाले व्यक्तियों तथा अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के पृथक-वास के लिए गाँवों में पंचायत भवन, स्कूल भवन आदि में भोजन सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि संक्रमण से स्वयं को, अपने गाँव और शहर को बचाने के लिए आवश्यक है कि जनता कर्फ्यू को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए क्योंकि तभी संक्रमण की चेन तोड़ी जा सकती है।
मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में संक्रमण की दर में मंगलवार को कमी आयी है। सोमवार को यह 25.3 प्रतिशत थी, जो मंगलवार को घटकर 24.8 प्रतिशत रह गई।
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