जरुरी जानकारी | छत्तीसगढ़ इस्पात संयंत्र का विघटन तीसरी तिमाही में होगा पूरा: एनएमडीसी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. एनएमडीसी लिमिटेड को उम्मीद है कि उसके छत्तीसगढ़ में तैयार हो रहे 30 लाख टन वार्षिक क्षमता वाले इस्पात संयंत्र का विघटन या विभाजन चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में पूरा हो जाएगा।
हैदराबाद, 28 जून एनएमडीसी लिमिटेड को उम्मीद है कि उसके छत्तीसगढ़ में तैयार हो रहे 30 लाख टन वार्षिक क्षमता वाले इस्पात संयंत्र का विघटन या विभाजन चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में पूरा हो जाएगा।
एनडीएमसी के वित्त निदेशक अमिताभ मुखर्जी ने हाल में कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल द्वारा 31 जुलाई तक विघटन योजना के मसौदे के मंजूरी दिए जाने की उम्मीद है, जिसके बाद इसे जरूरी मंजूरियों के लिए सेबी और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के पास ले जाया जाएगा।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘बोर्ड की मंजूरी के बाद इस प्रक्रिया को पूरा होने में 100 से 160 दिन के बीच समय लग सकता है। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि सेबी कितना समय लेता है और अन्य लोग कितना समय लेते हैं। ऐसे में यदि ये प्रक्रिया अगस्त से शुरू होती है तो अगले 100 से 160 दिनों के बीच पूरी हो सकती है।’’
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुमित देव ने कहा कि इस्पात संयंत्र तीसरी तिमाही के दौरान चालू होगा।
देव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए कुल पूंजीगत व्यय लगभग 3,700 करोड़ रुपये है, जिसमें से 1,500 करोड़ रुपये इस्पात संयंत्र पर खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस समय लौह अयस्क की कीमत अच्छी है और एनएमडीसी वित्त वर्ष 2021-22 में उत्पादन बढ़ाकर 4.4 करोड़ टन करने की योजना बना रही है।
एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 3.41 करोड़ टन का उत्पादन किया और 3.32 करोड़ टन लौह अयस्क की बिक्री की थी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)