विदेश की खबरें | बाइडन और गुतारेस के बीच अमेरिका-संयुक्त राष्ट्र की साझेदारी मजबूत बनाने पर हुई चर्चा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से बात कर कोविड-19, जलवायु परिवर्तन और शांति तथा सुरक्षा बनाए रखने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के बीच ‘साझेदारी को मजबूत’ बनाने पर चर्चा की।
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, एक दिसंबर अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से बात कर कोविड-19, जलवायु परिवर्तन और शांति तथा सुरक्षा बनाए रखने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के बीच ‘साझेदारी को मजबूत’ बनाने पर चर्चा की।
बाइडन ने सोमवार को फोन पर गुतारेस से बात की और चुनाव जीतने पर बधाई के लिए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को धन्यवाद दिया।
अस्थाई प्रशासन की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘‘उन दोनों ने कोविड-19 से निपटने, भविष्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियां से निपटने का तरीका विकसित करने, जलवायु परिवर्तन के खतरे का सामना करने, मानवीय संकट दूर करने, सतत विकास को प्रोत्साहित करने, शांति और सुरक्षा बनाए रखने, संघर्षों का समाधान करने और लोकतंत्र तथा मानवाधिकारों को प्रोत्साहित करने के लिए अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के बीच साझेदारी को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई।’’
बाइडन ने इथियोपिया में बढ़ती हिंसा और असैन्य नागरिकों पर बढ़ते खतरे पर भी गहरी चिंता जताई।
यह भी पढ़े | दुनियाभर में कोरोना मामलों की संख्या 6.3 करोड़ के पार : जॉन्स हॉपकिन्स.
फोन पर हुई बातचीत के संबंध में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान के अनुसार, गुतारेस अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन से बात करके खुश थे और उन्हें व्यक्तिगत रूप से बधाई दी।
गुतारेस ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के बीच निकट सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
प्रवक्ता के बयान के अनुसार, गुतारेस ‘‘कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन, शांति और सुरक्षा बनाए रखने, मानवाधिकारों को प्रोत्साहित करने, मानवीय संकट को दूर करने सहित विभिन्न आवश्यक वैश्विक मुद्दों पर नव-निर्वाचित राष्ट्रपति और उनकी टीम के साथ साझेदारी को लेकर उत्साहित हैं।’’
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार संयुक्त राष्ट्र और उससे जुड़ी संस्थाओं की आलोचना करते रहे हैं और कई महत्वपूर्ण संस्थाओं से उन्होंने देश को अलग कर लिया।
ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका औपचारिक रूप से विश्व स्वास्थ्य संगठन, पेरिस जलवायु समझौता, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी), संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) से नाता तोड़ लिया और फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी को धन देना भी बंद कर दिया।
अमेरिकी के अस्थाई प्रशासन के अनुसार, देश के अगले राष्ट्रपति ने इथियोपिया में बढ़ती हिंसा और उससे नागरिकों के लिए पैदा खतरा पर भी चिंता जताई।
बाइडन ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडेज से भी बात की और कोविड-19 पर काबू पाने के लिए साथ मिलकर काम करने की बात कही।
बयान के अनुसार, ‘‘उन्होंने (बाइडन) आर्थिक समृद्धि को बढ़ाने, जलवायु परिर्वतन से लड़ने, लोकतंत्र को मजबूत बनाने, क्षेत्रीय प्रवासियों के आवागमन के मुद्दे को देखने और अन्य साझी चुनौतियों से निपटने में गोलार्द्ध में गहरी साझेदारी पर जोर दिया।’’
बाइडन ने अर्जेंटीना और लातिन अमेरिका के लिए पोप के महत्व को भी स्वीकार किया।
कोस्टा रिका के राष्ट्रपति कार्लोस अल्वाराडो के साथ फोन पर बातचीत में बाइडन ने मानवाधिकार, क्षेत्रीय प्रवास, कोविड-19 और जलवायु संबंधी खतरों पर काम के लिए देश के नेतृत्व की सराहना की।
बाइडन ने केन्या के राष्ट्रपति केन्याटा से बात कर विभिन्न मुद्दों पर देश के साथ साझेदारी करने की बात कही।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)