देश की खबरें | अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर का विकास बदलाव की शुरुआत : उपराज्यपाल सिन्हा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर का विकास इसके परिवर्तन की शुरुआत है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को यहां यह बात कही।

श्रीनगर, 23 मई वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर का विकास इसके परिवर्तन की शुरुआत है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को यहां यह बात कही।

सिन्हा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जम्मू-कश्मीर शांति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ रहा है...2019 के बाद जम्मू-कश्मीर का विकास इसके बदलाव की शुरुआत भर है।”

पर्यटन पर जी20 कार्यकारी समूह की बैठक की मेजबानी के वास्ते जम्मू-कश्मीर को ऐतिहासिक अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए सिन्हा ने कहा कि प्रशासन स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, “वर्तमान कार्य समूह की बैठक उपस्थिति के मामले में सबसे बड़ी है। कार्य समूह की बैठक में 27 देशों के 59 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।” सिन्हा ने कहा, “हमने पर्यावरण का ख्याल रखते हुए जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश की है।”

उन्होंने कहा, “हम प्रतिनिधियों को गुलमर्ग ले जाना चाहते थे। लेकिन कुछ कारणों से इस बार ऐसा नहीं कर पाए।” उप राज्यपाल ने कहा कि जो अब भी जाना चाहते हैं उन्हें उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट ले जाया जाएगा।

सिन्हा ने कहा कि तीसरे पर्यटन कार्य समूह की बैठक के आयोजन से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी कर सकता है।

उन्होंने कहा, “हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी करने में सक्षम हैं। अगर कोई कमियां हैं तो हमें विरासत में मिली हैं। हमने रफ्तार तो पकड़ ली है, लेकिन 70 साल के खालीपन को भरने में वक्त लगेगा।”

कश्मीर में बैठक पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि पड़ोसी देश को अपने लोगों का पेट भरने पर ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमारे पड़ोसी देश को अपने लोगों के खाने और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करनी चाहिए। हम वहां से काफी आगे आ गए हैं। जी20 हमारे लिए गर्व की बात है।”

केंद्र शासित प्रदेश में प्रेस की स्वतंत्रता के बारे में एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा कि प्रेस को यहां “पूर्ण स्वतंत्रता” प्राप्त है।

उन्होंने कहा, “एक अंतरराष्ट्रीय संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर में सात पत्रकारों को आतंकवाद के आरोप में और सामाजिक सद्भाव को बाधित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, उनकी रिपोर्टिंग के लिए नहीं। दुनिया में कहीं भी यह संख्या 10 से 20 गुना अधिक है।”

जम्मू-कश्मीर में एक स्वतंत्र और सक्रिय मीडिया है। सिन्हा ने कहा कि यहां 400 से अधिक समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं।

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