जरुरी जानकारी | मलेशिया में सुधार के बावजूद पाम-पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. मलेशिया एक्सचेंज में सुधार के बावजूद मांग कमजोर रहने के कारण देश के तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को कच्चे पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई। शिकॉगो एक्सचेंज में गिरावट रहने के कारण जहां सोयाबीन तेल के दाम टूट गए, वहीं देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाये जाने के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम मजबूत रहे।

नयी दिल्ली, 28 मई मलेशिया एक्सचेंज में सुधार के बावजूद मांग कमजोर रहने के कारण देश के तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को कच्चे पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई। शिकॉगो एक्सचेंज में गिरावट रहने के कारण जहां सोयाबीन तेल के दाम टूट गए, वहीं देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाये जाने के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम मजबूत रहे।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में मामूली सुधार है लेकिन इसके बावजूद यहां सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई। इसके पीछे की स्थिति को समझना आवश्यक है। देश में सोयाबीन तेल के आयात की लागत 93 रुपये किलो बैठती है और आर्थिक तंगी के कारण आयातकों को इसे 91 रुपये किलो बेचना पड़ रहा है। ऐसे में 118 रुपये किलो की आयात लागत वाला पामोलीन तेल का बिक्री भाव भी 117.50 रुपये किलो बैठता है। हालांकि, पामोलीन के आयात में नुकसान नहीं हो रहा क्योंकि आयात लागत के आसपास ही इसका बिक्री भाव बैठता है। लेकिन मुश्किल यह है कि जब सोयाबीन तेल के खपने में दिक्कत आ रही है तो 117.50 रुपये किलो बैठने वाला पामोलीन कैसे खपेगा? इसका दाम जब तक सोयाबीन तेल से पर्याप्त कम नहीं होगा, पामोलीन की मांग निकलना मुश्किल ही है। शिकॉगो एक्सचेंज की गिरावट के कारण सोयाबीन तेल कीमतें भी कमजोर हुईं।

सूत्रों ने कहा कि कच्ची घानी की बड़ी तेल पेराई मिलों की मांग बढ़ने के कारण सरसों तेल-तिलहन के दाम मजबूत बंद हुए।

सरकार ने खरीफ तिलहन फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है जो अक्टूबर से लागू होगी। इस वृद्धि के तहत फिलहाल प्रमुख तिलहन फसलों में से मूंगफली के एमएसपी को 480 रुपये बढ़ाकर 7,263 रुपये क्विंटल, सोयाबीन का एमएसपी 436 रुपये बढ़ाकर 5,328 रुपये क्विंटल किया गया है। मूंगफली की कमजोर आवक और एमएसपी में की गई वृद्धि के कारण मूंगफली तेल-तिलहन में भी सुधार आया। वहीं सोयाबीन के एमएसपी में की गई वृद्धि से सोयाबीन तिलहन के दाम भी सुधार दर्शाते बंद हुए।

सूत्रों ने कहा कि नगण्य उपलब्धता और सामान्य कारोबार के बीच बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन - 6,700-6,785 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली - 5,825-6,200 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 14,250 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल - 2,280-2,580 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 14,225 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,505-2,605 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,505-2,640 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,950 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,475 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,400 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,900 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,750 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना - 4,425-4,475 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,175-4,225 रुपये प्रति क्विंटल।

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