देश की खबरें | कर्नाटक में कावेरी मुद्दे पर प्रदर्शन

बेंगलुरु, 22 सितंबर उच्चतम न्यायालय के कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण और नियमन समिति के आदेशों में हस्तक्षेप करने से इनकार किये जाने के बाद कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन जारी रहा।

उच्चतम न्यायालय ने कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण एवं कावेरी जल नियमन समिति द्वारा तमिलनाडु को 15 दिन तक प्रतिदिन 5,000 क्यूसेक पानी देने के बारे में कर्नाटक सरकार को दिये गये आदेशों के संदर्भ में बृहस्पतिवार को हस्तक्षेप करने से मना कर दिया था।

किसान संगठनों और कन्नड़ समर्थक संगठनों ने कावेरी नदी घाटी जिलों मैसूर, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, बेंगलुरु और राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार से पड़ोसी राज्य को पानी नहीं छोड़ने का आग्रह किया।

कर्नाटक का कहना है कि वह कावेरी नदी घाटी क्षेत्रों में खड़ी फसलों के लिए सिंचाई के पानी और पेयजल की अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पानी छोड़ने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि मानसून में कम बारिश के कारण पानी की कमी हो गई है।

चित्रदुर्ग, बल्लारी, दावणगेरे, कोप्पल और विजयपुरा जैसे जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुआ।

रायथा हितरक्षण समिति के तत्वावधान में किसानों ने मांड्या में सर एम विश्वेश्वरैया की प्रतिमा के निकट विरोध प्रदर्शन जारी रखा। उनके साथ आज प्रदर्शन में आदिचुंचनगिरि मठ के प्रमुख निर्मलानंदनाथ स्वामीजी भी शामिल हुए।

प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करते हुए निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को उच्चतम न्यायालय के समक्ष तथ्य पेश करने चाहिए और राज्य के किसानों और लोगों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मठ किसानों की ओर से राज्य सरकार और केंद्रीय मंत्रियों से बात करेगा।

कर्नाटक रक्षणा वेदिके के कार्यकर्ताओं ने प्रवीण शेट्टी के नेतृत्व में बेंगलुरु के केआर पुरम में राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने उन्हें और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और टायर जलाये।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में एक बैठक की और इस संबंध में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की।

बोम्मई ने कहा कि यह स्पष्ट है कि सरकार कावेरी मुद्दे पर विफल रही है और इसके नतीजे देखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने (अदालत की) कार्यवाही देखी है और हमारे वकीलों ने इस मुद्दे पर प्रभावी ढंग से बहस नहीं की है।’’

उन्होंने कहा कि जनता को इस संबंध में जागरूक करना ही अब एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा में इस पर चर्चा कर रहे हैं। मांड्या, मैसूर, रामानगर, चामराजनगर और हासन में एक दौर की चर्चा हो चुकी है। हम बेंगलुरु में भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। बैठक में हम चर्चा कर कार्ययोजना तय करेंगे।’’

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