देश की खबरें | अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन : ट्रेन में आगजनी, एक की मौत

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के तहत सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। आक्रोशित युवाओं ने प्रदर्शन के दौरान कई ट्रेन में आग लगा दी गई, सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की गई और राजमार्ग तथा रेलवे लाइन को अवरूद्ध कर दिया।

नयी दिल्ली/सिकंदराबाद, 17 जून सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के तहत सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। आक्रोशित युवाओं ने प्रदर्शन के दौरान कई ट्रेन में आग लगा दी गई, सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की गई और राजमार्ग तथा रेलवे लाइन को अवरूद्ध कर दिया।

रेलवे अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 200 ट्रेन का परिचालन प्रभावित हुआ। प्रदर्शनों के बाद से 35 ट्रेन रद्द की गईं और 13 की यात्रा गंतव्य से पहले ही खत्म हो गई। उत्तर प्रदेश से लेकर तेलंगाना और बिहार से लेकर मध्य प्रदेश तक, देश के विभिन्न हिस्सों में आक्रोशित युवाओं की भीड़ ने ईंट-पत्थर फेंके। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भर्ती योजना को लेकर पैदा चिंताओं को दूर करने की कोशिश की।

थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 2022 के लिए आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय उन युवाओं को अवसर प्रदान करेगा, जो सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन पिछले दो साल से कोविड-19 महामारी के कारण ऐसा नहीं कर पाए।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र के फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा होगा। शाह ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पिछले दो साल में सेना में भर्ती की प्रक्रिया बाधित हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं की चिंता करते हुए एक संवेदनशील फैसला किया है।

हालांकि विरोध फैलता गया, जो कि अनियंत्रित प्रतीत होता है। गुस्सायी भीड़ के पटरी और राजमार्गों पर प्रदर्शन करने के अलावा पथराव और सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ के परिणामस्वरूप करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

बिहार में दो, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना में एक-एक समेत कम से चार ट्रेनों में आग लगा दी गई। सेना में भर्ती के आकांक्षी युवाओं ने बिहार के लखीसराय में नयी दिल्ली-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस और समस्तीपुर में नयी दिल्ली-दरभंगा बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के डिब्बों में आग लगा दी।

लखीसराय स्टेशन पर, लोग ट्रेन की आवाजाही को रोकने के लिए पटरियों पर लेट गए जिसके बाद रेलवे और स्थानीय पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। प्रदर्शनकारियों ने बक्सर, भागलपुर और समस्तीपुर में कई स्थानों पर राजमार्गों को भी अवरुद्ध कर दिया और टायर जलाए। पटना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर भीड़ ने हमला किया।

सिकंदराबाद में, करीब 300-350 लोगों की भीड़ ने एक यात्री ट्रेन के पार्सल कोच में आग लगा दी। सिकंदराबाद स्टेशन पर तोड़फोड़ कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।

दक्षिण मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने व्यक्ति की मौत की पुष्टि करते हुए पीटीआई- को बताया कि गोलीबारी रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने की। घायलों का इलाज राजकीय गांधी अस्पताल में कराया जा रहा है। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त हो गया। रेलवे स्टेशन के पास की दुकानें बंद रहीं।

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