New Delhi: यौन शोषण मामले में “ब्लैकमेल” करने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले दिन उसकी मुलाकात उस महिला से सिग्नेचर ब्रिज पर हुई. शिकायतकर्ता ने कहा कि वह उसे व्हाट्सएप पर मैसेज और कॉल करती रही. शिकायतकर्ता ने कहा, “29 जनवरी को, कथित महिला ने उसे डीटीसी डिपो सीमापुरी में मिलने के लिए कहा. जब वह करीब 30 मिनट बाद वहां पहुंचे, तो महिला एक अन्य महिला मित्र के साथ वहां आई.

गिरफ्तार (Photo Credits: Twitter)

नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में एक नाबालिग के यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 46 वर्षीय एक व्यक्ति से कथित रूप से 10 लाख रुपये वसूलने की कोशिश करने वाले एक पुलिसकर्मी समेत एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस (Police) ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान सनी सुनेजा (Sunny Suneja), मोहम्मद शफीक (Mohammed Shafiq), दीपक बुद्धिराजा (Deepak Budhiraja) और हेमलता (Hemlata) के रूप में हुई है.

पुलिस ने बताया कि यह मामला 29 जनवरी को तब सामने आया जब शाहदरा के एक निवासी ने सीमापुरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि अपनी शिकायत में, उस व्यक्ति ने कहा कि उसे इंटरनेट पर एक नंबर मिला और वह एक महिला के संपर्क में आया जिसने खुद को मालिश करने वाली के रूप में पेश किया. वे बाद में दोस्त बन गए. Ahmedabad Court: गुजरात कोर्ट का बड़ा फैसला, मुसलमान मां की प्रॉपर्टी पर हिंदू बच्चों का कोई अधिकार नहीं

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले दिन उसकी मुलाकात उस महिला से सिग्नेचर ब्रिज पर हुई. शिकायतकर्ता ने कहा कि वह उसे व्हाट्सएप पर मैसेज और कॉल करती रही. शिकायतकर्ता ने कहा, “29 जनवरी को, कथित महिला ने उसे डीटीसी डिपो सीमापुरी में मिलने के लिए कहा. जब वह करीब 30 मिनट बाद वहां पहुंचे, तो महिला एक अन्य महिला मित्र के साथ वहां आई. इसके बाद उसने पीड़ित को अपनी सहेली के घर जाने के लिए कहा और उसके बाद वे एक कमरे में चले गए. कुछ देर बाद किसी ने दरवाजा खटखटाया और दरवाजे के सामने चार-पांच लोग दिखाई दिए.”

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, “उन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी, एक मकान मालिक और एक महिला ने खुद को गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के रूप में पेश किया. वर्दी में एक व्यक्ति ने खुद को दिल्ली पुलिस का उप निरीक्षक बताया.”

पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) रोहित कुमार मीणा ने बताया कि खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले व्यक्ति ने उसे यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की धमकी दी क्योंकि वह नाबालिग के साथ संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था.

शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने उसका फोन ले लिया और उसके फोन से सभी जानकारी (डेटा डिलीट) हटा दी. उन्होंने उसके साथ मारपीट भी की और कहा कि या तो 10 लाख रुपये दो या वे उसे झूठे मामले में फंसा देंगे. अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया और उनके द्वारा इस्तेमाल की गई पुलिस की वर्दी, कार तथा चार मोबाइल फोन बरामद कर लिए.

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