रायपुर, 22 सितंबर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला स्थित छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में अव्यवस्था को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डीन और जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन को उनके पद से हटा दिया है।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर स्थित सिम्स के डीन डॉक्टर पीके पात्रा तथा जिला चिकित्सालय की सिविल सर्जन डॉ. मधुलिका सिंह को तत्काल उनके पद से हटाए जाने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई बिलासपुर स्थित सिम्स में कोरोना आपदा के दौरान प्रबंधन में लापरवाही और अव्यवस्था के कारण की गई है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने आयुक्त बिलासपुर को सिम्स की अव्यवस्था के संबंध में प्राप्त रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने तथा आगामी 15 दिनों में सभी कमियों को दूर कराने का निर्देश दिया है।
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अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के संकट काल में सिम्स की अव्यवस्था के संबंध में शिकायत मिलने के बाद राज्य शासन ने पांच वरिष्ठ अधिकारियों की एक जांच समिति गठित कर मामले की जांच कराई थी। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में सिम्स में व्याप्त कई कमियों का उल्लेख किया है।
रिपोर्ट में सिम्स बिलासपुर में प्रबंधन के लिए एक सक्षम अधिकारी के नेतृत्व में नियंत्रण दल गठित करने, सिम्स और जिले के समर्पित कोविड-19 अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी को प्रभारी अधिकारी का दायित्व सौंपने का सुझाव दिया गया है।
उन्होंने बताया कि जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अलग पृथक-वास नीति के अनुसार अवकाश लिया जाना, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कोविड-19 प्रबंधन संबंधी व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा न करना, ओपीडी के प्रबंधन तथा संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल सहित कई मामलों में उदासीनता बरतने का उल्लेख समिति ने अपनी रिपोर्ट किया है।
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